मेरा नाम अमित है, मैं 22 साल का हूं। मेरी मम्मी का नाम रेणु है। मम्मी की उम्र 46 साल, रंग गोरा और बदन गदराया हुआ है। मम्मी का साइज 38-32-40 है, और उनकी लम्बाई करीब करीब 5’4 होंगी। मम्मी की चुचिया भरी हुई और सुडौल हैं।
ये बात तब की है जब मेरे मामा के घर मे हम छुट्टी में गए थे। पापा को बिजनेस के लिए दिल्ली में ही रुकना पड़ गया था, इसलिए वो हमारे साथ नहीं आ पाए थे। अब मैं अपनी मम्मी के नेचर के बारे में कुछ बता दूँ।
मम्मी अधिकतर साड़ी ही पहनती हैं। जिसमे उनकी गोल गांड और ब्लाउज से बाहर आने को तरसती चूचियाँ मर्दों की कमजोरी होती हैं। मैं जब भी मम्मी के साथ बाहर गया मर्द उनको घूरते रहते थे। मेरे हिसाब से वो मेरी मम्मी को अपने ख्यालों में कई दफा रंडी बना कर चोद भी चुके होंगे।
मामा के घर हम काफी समय बाद गए थे। मेरे मामा 2 भाई थे, एक मम्मी से बड़े और 1 मम्मी से छोटे। शादी का माहौल था और सब उसमे व्यस्त थे। वहां पर घर से थोड़ी दूर पर उस्मान चाचा का घर था जो मामा के करीबी थे। उनके यहां घर जैसा रिश्ता था।
एक बार दोपहर में सब नीचे थे और मम्मी छत पर कपड़े उठाने गयी। तो उस्मान चाचा वहां लुंगी में खड़े थे। मम्मी का हाथ पकड़ लिया और खींचा। मैं ये देखकर दंग रह गया। मम्मी ने कहा कि “अरे छोड़ो कोई देख लेगा।”
उस्मान ने कहा कि, “रेणु यार 2 साल बाद मिली हो।” और लुंगी से अपना काला मोटा मूसल जैसा लंड निकाल के मम्मी को दे दिया। मम्मी ने कहा, “हाय माँ! ये तो बहोत मोटा हो गया है।” फिर इतने में, चाचा ने मम्मी की साड़ी उठाई और चूत रगड़ने लगे। मम्मी झट से भाग आयी।
मैं समझ गया की इस दोनों का चक्कर है काफी पहले से। इसी बीच घर में पूजा के लिए सबको घर से 2 किलोमीटर एक जगह पर जाना था। उस पूजा में हम सब गए थे। मम्मी ने लाल साड़ी पहनी थी, जिसमे ब्लाउज पीछे से खुला हुआ था।
सामने चूचियाँ की दरार मम्मी को एकदम हॉट बना रही थी। साथ मे थोड़ा सा मेकअप और जेवर भी पहने थे। सब लोग पूजा कर रहे थे। कि तभी अचानक, मम्मी की तबियत बिगड़ गयी। सबने मम्मी को घर जाने को कहा।
पर चूँकि सब पूजा में व्यस्त थे इसीलिए बीच में पूजा छोड़कर कोई जा नहीं सकता था। इतने में उस्मान चाचा जो हमारे साथ ही आये थे, उन्होंने कहा कि, “कोई बात नहीं, मैं वैसे भी घर ही जा रहा था। रेणु को घर भी छोड़ दूँगा।”
सब व्यस्त होने की वजह से मान भी गए। फिर मम्मी को उस्मान चाचा ने बाइक पर बिठाया, और घर पर छोड़ने के लिए चल पड़े। मैं सब समझ गया कि इनका क्या मतलब है। क्योंकि मैंने बाइक पर बैठते वक़्त मम्मी और उस्मान चाचा को एक दूसरे कि तरफ आँख मारते और मुस्कुराते देखा था।
चूँकि घर ज़्यादा दूर भी नहीं था, तो मैंने साइकल उठाई और उन दोनों के पीछे हो लिया। शुक्र था, कि उन्होंने मुझे देखा नहीं। वहीं खेतों के बीच से शॉर्टकट रास्ता पकड़ कर ज़ब मैं घर पहुंचा तो बाइक बाहर खड़ी थी। मेन गेट दिन में खुला ही रहता था, तो मैं धीरे से अंदर गया।
मम्मी का कमरा पीछे की तरफ था तो मैं घूम कर पीछे गया और अंदर झांकने लगा। अंदर का नज़ारा देख मेरी आँखे फटी कि फ़टी रह गयी। साफ दिख रहा था, मम्मी नंगी हो रही थी। उस्मान चाचा जो पहले से ही नंगे हो चुके थे, बिस्तर पे लेटे हुए लंड को रगड़ रहे थे।
मम्मी ने साड़ी ब्लाउज और पेटिकोट निकाल दिया और उस्मान के बगल में जाकर लेट गयीं। और उस्मान के लंड को खटकने लगी। उस्मान चाचा ने मम्मी की मोटी मोटी चूचियाँ ब्रा से आजाद कर दी और बारी बारी से चुसने लगे। मम्मी उस्मान चाचा के सीने पर हाथ फेर रही थी।
मेरी संस्कारी हिन्दू मम्मी एक मुस्लिम मर्द के साथ बिस्तर मे नंगी थी। ये देखकर मेरी कनपटी सुलगने लगी पर देख कर थोड़ा मज़ा भी आ रहा था। अब इतने में, चाचा उठे और मम्मी की पैन्टी निकाल कर पास में रखी। और मम्मी की चूत पर हाथ फेरा जो एकदम गदरायी और फूली थी।
उस्मान चाचा ने दाढ़ी पर हाथ फेरते हुए कहा, “रेणु बहोत गदरा गयी हो। किसी और का भी लंड लिया है क्या?” मम्मी हंसी और कहा कि, “किसी और से वो मजा नही आएगा जो आप देते हो मेरे राज़ा।”
ये सुनकर उस्मान चाचा ने मम्मी की टांगो को खोल दिया और मेरी मम्मी की चूत को चाटने लगे। मम्मी पागल हो गईं और गांड उठा-उठाकर उस्मान के मुह में चूत को धकेलने लगीं। 10 मिनट चुसने के बाद मम्मी झड़ गयी। मम्मी के मुँह पर संतुष्टी और हवस साफ दिख रहा था।
फिर उस्मान ने मम्मी को उठाया और लंड चूसने को कहा। मम्मी ने हुक्म की तामील करते हुए उस्मान चाचा के लंड को मुँह में डाल लिया और लपालप चुसने लगीं। उस्मान चाचा भी मम्मी की चूचीयों को दोनो हाथों से दबाने लगे। मम्मी बहोत गरम थी और लंड को चाट कर चूस रही थी।
जल्दी ही दोनों दोनों काफी गरम हो गए थे। और मम्मी ने उस्मान से कहा की, “अब जल्दी से चोदो।” अब उस्मान ने हुक्म बज़ाते हुए कहा कि, “अभी लो जान।” और मम्मी की चूत पर लंड रगड़कर एक जोर से धक्का मारा।
लंड फ़नफनाता हुआ अंदर घुस गया, और मम्मी आह कर उठी। मम्मी ने उस्मान को कसकर चिपका लिया और उसमें उस्मान चाचा जबरदस्त धक्के मार रहे थे। मम्मी की टांगों को फैलाकर ऊपर उठाया था, और ताबड़तोड़ चोदे जा रहे थे। मम्मी चुदाई का पूरा मजा ले रही थी।
20 मिनट चोदने के बाद मम्मी ने उस्मान चाचा से कहा कि थोड़ा आराम से चोदिये अब। अब मम्मी को उस्मान चाचा ने धीरे-धीरे चोदना शुरू किया। फिर उनको कुतिया बना दिया। गांड पर हाथ सहलाते हुए मम्मी की चूत में लंड पेल दिया।
अचानक मम्मी वासना से पागल हो गयी और तेज़ तेज़ चीखने लगी, “और तेज़, और तेज़ आह्ह्ह। चोदो मुझे, अपनी बेबी को चोदो, मेरा पानी निकाल दो। अपने लंड से…आःह्ह्ह आह्ह्ह चोदो न!”
उस्मान चाचा ने भी पूरे जोश से धक्के देते हुए कहा, “हाँ… हाँ… हाँ… लो… ये लो चुद लो, आज तुझको मुता दूँगा। चोद-चोद कर, सारा रस निचोड़ दूँगा बेबी की, ये लो ये लो! साली बड़ी संस्कारी बनती है। 2 साल से पता नहीं कहा मरवा रही थी। पर कोई बात नहीं 2 साल कि कसर अब निकाल दूँगा।”
और 15 मिनट तक ताबड़तोड़ चोदने के बाद लंड का सारा पानी मम्मी की चूत में ही डाल दिया। मम्मी इस दौरान 2 दफा झड़ चुकी थी। ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मम्मी बिस्तर पे ही गिर पड़ी। साफ दिख रहा था, मम्मी बहुत खुश नज़र आ रही थी। उस्मान चाचा भी मम्मी से चिपक कर लेट गए।
थोड़ी देर बाद दोनों उठे और मम्मी ने मैक्सी नाइटी पहन ली। उस्मान चाचा और मम्मी ने किस किया। और चाचा ने मम्मी कि चूचीया दबाते हुए कहा, “रेणु ज़ब तक तू यहाँ है, मैं तुझे हर दिन चोदूंगा। क्योंकि शादी की वजह से वैसे भी तेरे भाई और बाकी लोग बिजी है। और रहा तेरा बेटा तो उसको क्या पता की उसकी माँ मेरा बिस्तर गरम कर रही है।”
ये सुनकर माँ और उस्मान दोनों हंसने लगे और फिर उस्मान चाचा चले गए। इस तरह हम ज़ब तक वहाँ रहे, तब तक उस्मान ने मम्मी को खूब चोदा।