न्यूड वाइफ हॉट स्टोरी में मेरी सेक्सी और कामुक बीवी ने फ्लैट की कीमत कम करवाने के लिए एक गंदी योजना बनाई. उसने अपने जिस्म का फायदा उठाकर फ्लैट मालिक को पटाया.
दोस्तो, मैं राजेश एक बार पुनः अपनी हॉट बीवी की एक गैर मर्द से चुदाई की कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के पहले भाग
मेरी कामुक बीवी के जलवे
में अब तक आपने पढ़ा था कि हम दोनों पति पत्नी ने अपने नए मकान के मालिक को लंच पर बुलाया था और मेरी बीवी ने मुझे दही लाने भेज कर उस गैर मर्द के साथ आशनाई शुरू कर दी थी.
जिसे मैं घर में लगे सी सी टीवी कैमरे में देख रहा था.
अब आगे न्यूड वाइफ हॉट स्टोरी:
मुझे घर जाना सही नहीं लग रहा था.
पर मैं यह भी देखना चाहता था कि डिम्पल आज क्या कांड करती है.
यही सब सोचते हुए मैं घर पहुंच गया.
घर की खिड़की से मुझे वे दोनों साफ दिख रहे थे.
मैं खिड़की के कांच से आंखें लगा कर वहीं से दोनों को लाइव देखने लगा.
डिम्पल की दूध से ज्यादा गोरी खूबसूरत टांगें मालिक के लौड़े में तनाव लाने लगी थीं.
वह अपने लंड को बीच बीच में सैट कर रहा था.
उसके हाथ मेरी खूबसूरत और कामुक बीवी के पैरों पर होते हुए उसकी जांघों तक जाने लगे.
मेरी बीवी डिम्पल भी उसकी आंखों में आंखें डाल कर लगभग उसके ऊपर ही चढ़ गई थी.
डिम्पल को इतना उत्तेजित देख कर मालिक की कोई गलती नहीं थी, उसका भड़क जाना लाजिमी था.
उसकी जगह कोई भी मर्द होता तो इस खुले निमंत्रण को जाया नहीं जाने देता.
डिम्पल उसके बालों में हाथ डाल कर उसे सहलाने लगी.
मालिक ने भी डिम्पल की साड़ी कमर से ऊपर कर दी और उसके भरे हुए नितम्बों को हाथ से दबा दबा कर निचोड़ने लगा.
डिम्पल ने आज पैंटी तो पहनी ही नहीं थी.
ओह माय गॉड … मेरी तो हालत खराब होने लगी.
मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर मसलना शुरू कर दिया.
थोड़ी देर तक ऐसे ही चलता रहा.
वे दोनों एक दूसरे में खो रहे थे और दोनों गर्म हो गए थे.
उन्हें ध्यान ही नहीं था कि खिड़की से मैं ये सब देख रहा हूं.
उसने एक हाथ डिम्पल की कमर पर फेरना शुरू कर दिया.
इतनी चिकनी कमर उसने शायद पहली बार देखी थी.
अब उसका मन ऊपर के दो परिंदों को आजाद करने का हो रहा था.
धीरे धीरे उसका दूसरा हाथ मेरी बीवी की छाती पर जाने लगा और उसके ब्लाउज के हुक खोलने लगा.
डिम्पल ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोली- इतनी जल्दी क्या है जान, आज मैं सिर्फ तुम्हारी हूं. इस आलम का मजा लीजिए हुजूर … हर एक चीज सिर्फ आपकी है. हर एक अंग आपका है. आपने अपना वादा पूरा किया तो मैं भी अपना वादा पूरा करूँगी!
मैं सोचने लगा- वादा … कौन सा वादा! खैर छोड़ो … मजा लो.
डिम्पल ने अपने दोनों चूचों को उसके चेहरे पर रखा और दोनों हाथ सोफे पर रख कर अपने बूब्स उसके चेहरे पर रगड़ने लगी.
मालिक के दोनों हाथ मेरी जान के कूल्हों को दबाने लगे.
अब मालिक का औजार पूरे तनाव पर आ चुका था.
डिम्पल ने कुछ देर बाद उसकी शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए.
वह उसकी बालों वाली छाती पर हाथ फिराने लगी.
उसकी शर्ट हटते ही उसकी मर्दाना छाती, डिम्पल के मम्मों के सामने थी.
डिम्पल ने अब इशारा किया, तो मालिक के हाथ उसके हुक खोलने लगे.
दो सेकंड में ही उस कमीने ने मेरी जान को ऊपर से नंगी कर दिया.
ब्लाउज जमीन पर पड़ा था.
डिम्पल ने ब्रा भी नहीं पहनी थी.
मालिक का लंड उफान खाने लगा.
अब उससे अपने लंड को पैंट में रोक पाना मुश्किल हो रहा था.
डिम्पल ने उसके कंधों पर किस किया और वह अपने हाथ कंधों पर रख कर अपने मलाई जैसे दूध उस कुत्ते के मुँह पर रगड़ने लगी.
थोड़ी देर बाद अपने होंठ उसके होंठों पर लगा कर डिम्पल अपने बूब्स को उसकी छाती पर रगड़ने लगी.
कुछ देर चुम्बन के बाद वह नीचे खिसक कर उसके एक निप्पल को चूमने लगी.
मालिक उसकी चिकनी पीठ पर हाथ फेर रहा था.
डिम्पल उसके निप्पल ऐसे चूस रही थी जैसे उनमें दूध आ रहा हो.
निप्पल चूसने से मालिक का लंड फुंफकारने लगा था.
उसको उम्मीद ही नहीं होगी कि उसे इतना सब कुछ मिलेगा.
मालिक- भाभी जी, आप बहुत शानदार हो, आपका पति बहुत खुश रहता होगा आपसे!
डिम्पल- तुम मजे लो मेरी जान, किसी और की बात करके अपना मजा क्यों खराब कर रहे हो!
यह सुन कर तो मेरे कलेजे में आग लग गई.
मुझे गुस्सा आ रहा था कि अभी अन्दर चला जाऊं और इन दोनों को रंगे हाथ पकड़ लूं.
पर मजा तो मुझे भी आ रहा था.
डिम्पल- मेरे पूरे बदन को छूकर देख लो … बाद में कोई हसरत बाकी मत रख लेना मन में!
ऐसा कह कर वह उसकी पैंट का बेल्ट खोलने लगी.
मालिक ने भी साथ दिया, उसने ऊपर होकर पूरी पैंट ही खोल दी.
उसकी अंडरवियर में से उसका नाग बाहर आने को मचल रहा था.
सच बताऊं तो मैं भी देखना चाहता था कि इसका लंड कितना बड़ा है.
डिम्पल ने उठते हुए उसे बेडरूम में आने का इशारा किया.
वह अपने आधे बदन पर पड़ी साड़ी को समेटकर कमरे में चली गई.
मालिक भी सिर्फ अंडरवियर में मेरे कमरे में चला गया.
मालिक- तुम्हारा पति अभी तक नहीं आया … बीच में आ गया तो?
डिम्पल- तुम उस की चिंता मत करो, वह मैं देख लूँगी!
यह कहती हुई मेरी बीवी एक गैर मर्द को लेकर बेड पर गिर पड़ी.
अब मेरी फूल जैसी बीवी उस कुत्ते के नीचे थी.
मैं भी घर में हाल में जाकर गेट से सब देखने लगा.
वह चाहती तो मुझे देख सकती थी लेकिन उसका ध्यान तो आज मालिक पर ही था.
पता नहीं साली कौन सा वादा पूरा कर रही थी … लेकिन अपने को क्या? अपने को तो बहुत मजा आ रहा था.
इस लौंडिया का हिसाब तो मैं बाद में करूँगा … पहले मजे तो लेने दो.
अब मालिक पूरी तरफ से आजाद था, अब वह जो चाहे मेरी जान के साथ कर सकता था.
उसने सबसे पहले मेरी बीवी को पूरी तरह से नंगी किया.
साड़ी पूरी हटते ही मेरी बीवी नंगी हो गई.
उसका दूध जैसा शरीर, खूबसूरत छाती, गुलाबी निप्पल, दूधिया जांघें, खुले बाल, गुलाबी होंठ सब कुछ उस नीच इंसान के सामने खुला पड़ा था.
डिम्पल ने अपनी एक टांग दूसरी पर रख कर एक हाथ को अपनी खूबसूरत चूत पर ढक रखा था.
वह अपना दूसरा हाथ ऊपर तकिए पर करके मालिक को आमंत्रण दे रही थी कि मेरा हाथ हटा कर चूत के दीदार कर लो.
मालिक भी पूरा गर्म हो चुका था.
अब बस उसे भी एक ही चीज देखनी थी, वह थी मेरी बीवी की चुत.
उसने डिम्पल का हाथ साइड में हटाया और दोनों पैरों को खोलने की कोशिश करने लगा.
डिम्पल- मेरा सब कुछ तो आप देख चुके है … अब अपने उस्ताद को बाहर नहीं निकलोगे क्या!
मालिक- जो चीज तुम्हें चाहिए, वह खुद निकाल लो.
यह कह कर वह सीधा लेट गया.
डिम्पल उसके ऊपर आ गई और उसकी अंडरवियर नीचे खिसकाने लगी.
खड़े हथियार के कारण अंडरवियर लंड पर अटक गई थी.
डिम्पल ने कातिल मुस्कान देते हुए कहा- यह भी आपकी तरह शैतान है!
डिम्पल अपने होंठों से उसकी अंडरवियर हटाने लगी.
जैसे ही अंडरवियर हटी, डिम्पल के मुँह से चीख निकली- मर गई मम्मी रे … इतना बड़ा?
मालिक को अपनी मर्दानगी पर घमंड हो रहा था और हो भी क्यों न?
मैंने भी इतना मोटा और लम्बा लंड पहले कभी नहीं देखा था.
उस साले का लंड 7.5 इंच लम्बा 2.5 इंच मोटा काला नाग जैसा था.
डिम्पल तो उसको देख कर जैसे पागल ही हो गई.
वह उसके लंड को अपने हाथों में लेकर नापने लगी.
दो मुट्ठियों के बाद भी लंड हाथ से बाहर जा रहा था.
डिम्पल ने लंड को अपनी नाभि के नीचे चूत तक नाप कर देखा, वह उसकी नाभि से भी ऊपर जा रहा था.
मैं भी सोचने लगा कि ‘हे ऊपर वाले आज मेरी फूल सी बीवी इसका यह मूसल सा लंड कैसे ले पाएगी!’
पर देखना तो मुझे भी था.
तभी मालिक ने उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने ऊपर गिरा लिया और बांहों में लेकर मसलने लगा.
अब डिम्पल भी थोड़ा डर रही थी.
उसे उम्मीद नहीं थी कि इसका इतना बड़ा लंड होगा!
अब क्या होगा … ये जालिम दरिंदा तो मेरी जान की नाजुक सी चूत को फाड़ ही डालेगा.
क्यों किया तुमने ऐसा डिम्पल … बहुत दया आ रही थी मुझे इस मासूम सी लड़की पर!
लेकिन लंड तो मैं भी मसल रहा था, मेरा लंड 5 इंच का था.
अब जो भी होगा, वह इस मासूम सी लड़की को ही झेलना है.
तभी उसने डिम्पल का मुँह पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.
डिम्पल मुँह से करना नहीं चाहती थी लेकिन मालिक की कसी हुई पकड़ उसकी गर्दन पर थी.
वह बेचारी न चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पा रही थी.
लंड उसके होंठों के पास था.
डिम्पल के होंठों पर सुपारा रगड़ मार रहा था.
आखिर उसको मुँह खोलना ही पड़ा.
माय गॉड … इसका मुँह तो छोटा सा है … अब क्या होगा.
एक तरफ मुझे दया आ रही थी दूसरी तरफ मेरा लंड कड़क होता जा रहा था.
मेरा मन कर रहा था कि साले को धक्के मार कर घर से निकाल दूं, लेकिन ये सब किया-धरा भी तो मेरी बीवी का ही था.
अब जो भी हो, वह देखते जाओ और एंजॉय करो.
यही सोच कर मैंने लंड को सहलाना शुरू कर दिया.
मालिक ने मेरी बीवी के बालों को एक हाथ में समेट लिया और उसकी गर्दन पर जोर डालकर अपना लंड उसके मुँह में ठूंस दिया.
लगभग उसके होंठ पूरे खुल गए थे लेकिन लंड अब तक आधा भी मुँह में नहीं गया था.
जब गले तक लंड जाने लगा तो मेरी बीवी ने हाथ से इशारा करके उसे रोका.
मालिक ने लंड बाहर निकाल कर पूछा- क्या हुआ जानू!
वह बोली- बहुत बड़ा है, अब क्या गले के अन्दर तक डालोगे?
डिम्पल के मुँह से लार गिर रही थी.
मालिक बोला- ठीक है जैसे तुम करना चाहो, वैसे करो … लेकिन मुँह से करो.
इस पर मेरी बीवी ने शर्त रखी कि मुँह से कर दूँगी, लेकिन मेरे मुँह में पानी नहीं निकालोगे!
मालिक ने भी हामी भर ली.
अब मालिक घुटनों के ऊपर बैठा सा हो गया.
डिम्पल ने झुककर अपने एक हाथ से उसका लंड पकड़ा और उसे साफ करने लगी.
साफ करने के बाद उसने उसकी स्किन को नीचे किया और जीभ से चाटने लगी.
मालिक को भी मजा आने लगा.
थोड़ी देर बाद डिम्पल ने लंड को मुँह में लिया और आगे पीछे करने लगी.
अपने होंठों और जीभ की रगड़ से मालिक का लंड और फूलने लगा.
उसके लंड की मोटाई आगे कम और पीछे की तरफ ज्यादा थी.
उस कमीने ने इतना काला और मोटा साँप मेरी जान के मुँह में ठोक रखा था.
पूरे दस मिनट तक ऐसा करने के बाद डिम्पल का मुँह दुखने लगा पर वह लंड मुँह से बाहर नहीं निकल पा रही थी.
क्योंकि मालिक भी पुराना खिलाड़ी था, उसने मेरी बीवी के बालों को पकड़ कर उसके मुँह पर लंड का दवाब बना रखा था.
वह जानता था कि अबकी बार अगर बाहर निकाला तो ये वापस मुँह में नहीं लेगी.
अब मालिक ने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
डिम्पल कुछ नहीं कर पा रही थी.
लंड उसके गले तक जाने लगा, उसकी आंखों से आंसू आने लगे.
उधर मालिक ने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
डिम्पल ने मालिक के दोनों चूतड़ पकड़ रखे थे ताकि वह ज्यादा दम न लगा पाए.
मालिक ने जल्दी जल्दी करके उसके गले में ही अपना सारा माल खाली कर दिया.
रस छोड़ने के बाद उसने दो मिनट तक मेरी जान की गर्दन दबा कर लंड को अन्दर ही पेले रखा.
अपने लंड का सारा माल खाली करने के बाद ही उसने मेरी बीवी को छोड़ा.
डिम्पल ने जब सारा रस गटक लिया, तब उस बहन के लौड़े ने अपने लंड को मेरी बीवी के मुँह से बाहर निकाला.
इससे डिम्पल को बहुत गुस्सा आ रहा था.
उसके चंगुल से आजाद होते ही उसने उसे धक्का मारा और नाराज होकर दूर बैठ गई.
मालिक का एक बार काम हो चुका था.
डिम्पल के मुँह से लार के साथ उसका माल भी गिर रहा था.
थोड़ी देर नाराज रहने के बाद डिम्पल उठ कर वाशरूम गई.
वहां उसने अपना मुँह साफ किया और कमरे में आ गई.
मालिक ने कुटिल मुस्कान से पूछा- नाराज हो गई क्या मेरी जान?
डिम्पल- नाराज नहीं होऊं तो और क्या करूँ? तुमको मैंने कहा था कि बहुत बड़ा लंड है और अन्दर तो बिलकुल मत करना. तुमने मेरी पूरी जान निकाल दी.
मालिक- अच्छा मेरी बाबू, अब नाराज मत हो … अब नहीं करूँगा.
डिम्पल- अब तुम्हारे हाथ ही कौन आएगा!
वह हँसती हुई उसके पास बिस्तर से अपनी साड़ी उठाने चली गई.
पास जाते ही मालिक ने उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने पास खींच लिया और अपनी बांहों में लेकर मेरी बीवी के दूध मसलने लगा.
डिम्पल ने नाराजगी दूर करते हुए अब शिकायत वाले लहजे में उसकी छाती पर हाथ फेरते हुए कहा- तुम बहुत गंदे हो … क्या तुमको जरा भी दया नहीं आई मुझ जैसी मासूम लड़की पर अत्याचार करते हुए?
“अच्छा सॉरी बाबा, अब ऐसा नहीं करूँगा … लेकिन मैं भी क्या करूँ, तुम हो ही इतनी सेक्सी कि मुझसे रहा नहीं गया.”
ऐसा कहते हुए वह मेरी बीवी के गुलाबी निप्पलों से खेलने लगा.
न्यूड वाइफ डिम्पल भी उसकी बांहों में फिर समाने लगी.
साली दोगली औरत … जब मैं मुँह से करने को कहता हूँ तो बहन की लौड़ी नाटक करती है … और इस हरामी ने इतना बुरे तरीके से किया तो भी इसी की गांड में घुस रही है.
अगली बार जब मेरे हाथ आएगी कुतिया तब सारे बदले गिन गिन कर लूँगा.
मैं तेरे मुँह में पेशाब भी करूंगा … साली रंडी.
थोड़ी देर तक एक दूसरे को सहलाने के बाद डिम्पल का हाथ उसके सोए हुए लंड पर जा पहुंचा.
वह उसकी बांहों में अपने सर को रखे सोई थी.
हॉट वाइफ बोली- अब इस नाग को कैसे जगाऊं?
मालिक- बस ऐसे ही हाथ फेरती रहो और निपल्स रगड़ती रहो … यह तो तुम्हारा दोस्त बन गया है, जल्दी ही फिर से तैयार हो जाएगा.
मालिक भी मेरी जान की जांघों और चूचों को सहला रहा था.
मेरी बीवी की चूत का दीदार उसे अब भी करना बाकी था.
मेरी बीवी की जांघों पर हाथ फेरते हुए उसने धीरे से उसकी चूत के छेद पर भी अपनी उंगली रगड़ दी.
मेरी न्यूड वाइफ उचक गई- उई … ये क्या कर रहे हो!
‘जैसे ये लंड तुम्हारा है, वैसे ही अब वह मेरी चूत है. उसको हाथ लगा रहा हूँ!’
‘यह तुम्हारी नहीं है, मेरे पति की है. इसकी तरफ मत देखना!’
‘तो फिर इस नाग को क्यों छेड़ रही हो!
हँसते हुए उसने मेरी बीवी की टांगों को खोल दिया और लपक कर 69 की पोजीशन में आ गया.
अब उसका नाग मेरी बीवी के चेहरे पर झूल रहा था और मेरी जान की नाजुक सी चूत उस कमीने के चेहरे के पास थी.
दोस्तो, मेरी बीवी की चूत में एक गैर मर्द का लंड घुसता है या नहीं … यह मैं आपको इस न्यूड वाइफ हॉट स्टोरी के अगले भाग में लिखूँगा.