यंग गर्ल क्यूट सेक्स कहानी में मेरी दोस्ती कॉलेज में आई नई लड़की से हुई. बात सेक्स चैट तक पहुंच गई. और अब हम दोनों सेक्स का असली मजा लेने की ताक में थे.
हाय दोस्तो, मेरा नाम अस्मित है.
मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है. मैं दिखने में काफी आकर्षक हूं. मैं लखनऊ में पढ़ता हूं.
यह यंग गर्ल क्यूट सेक्स कहानी मेरे और मेरी एक जूनियर छात्रा के बीच की है.
उस लड़की का नाम जैनब था.
मैं लखनऊ यूनिवर्सिटी से ही अपनी पी जी की पढ़ाई कर रहा था.
ऐसा नहीं था कि मेरी क्लास में अच्छी लड़कियां नहीं थीं लेकिन सबकी सब किसी न किसी से बात करती ही थीं.
मैंने भी अपनी पढ़ाई के चलते किसी पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था क्योंकि मुझे कोई पसंद ही नहीं आई थी.
मेरी बात तो सबसे होती थी पर बस हाय हैलो तक ही सीमित था.
हम लोग जब दूसरे साल में पहुंचे तो कुछ नए छात्र छात्राएं पहले साल में आए.
उनमें अधिकतर लड़कियां बुरका डालकर ही आती थीं. कुछ आने के बाद निकाल देती थीं, कुछ पहने रहती थीं.
अगस्त में नया सेशन शुरू हुआ तो हम सबने उन सबको फ्रेशर पार्टी देने का प्लान किया.
उन सबको जाकर बताया कि इस दिन आप लोगों का फ्रेशर डे है.
लड़कों का ड्रेस कोड कुर्ता और लड़कियों का साड़ी या सूट सलवार रखा गया.
उस दिन मैंने उसे पहली बार देखा था.
वह सबसे पीछे वाली सीट पर बैठ कर मुझे देख रही थी.
उसने फुल स्लीव टी-शर्ट और जींस पहनी थी.
वह अपनी बड़ी बड़ी आंखों से हम सबको देख रही थी.
हम सब लोग अनाउंस करके बाहर आ गए.
तब तक मैं ये नहीं जानता था कि वह परदे वाली है.
फ्रेशर पार्टी के दिन भी वह साड़ी पहन कर आई, तो गजब लग रही थी.
उसका ब्लाउज एकदम टाइट और शानदार शेप में था.
जब उसने अपना इंट्रो दिया, तो मैंने मन ही मन में सोचा कि बात यहीं खत्म हुई.
लेकिन फिर मैंने खुद को एक मौका दिया.
जब सब लोग नाच रहे थे तो मैं उसकी तरफ गया.
मैंने उससे पूछा- आप डांस नहीं कर रही हैं?
जैनव- जी, मैंने ये साड़ी पहनी है और मुझे इसकी आदत नहीं है. चल तो पा नहीं रही ठीक से … डांस कहां से करूंगी. वैसे आप क्यों नहीं कर रहे हैं!
मैं- मुझे आता ही नहीं है. वैसे साड़ी आपके ऊपर अच्छी लगती है.
जैनव- सच्ची? मैंने ये अपनी एक सहेली से मांगी थी. मेरे घर में साड़ी कहां मिलेगी!
उस दिन पहली बार हमारे बीच यही सब बातें हुईं और सब कार्यक्रम खत्म हो गया.
अगले दिन जब वह क्लास में आई तो उसने मुझे देख कर एक स्माइल पास की.
मैंने भी स्माइल कर दिया.
धीरे धीरे हमारे बीच बात बढ़ती गई और हमने एक दूसरे के नंबर ले लिए.
फोन पर बात और चैट शुरू हो गई.
दोस्तो, अगर किसी लड़की को सेक्स के लिए राजी करना है तो उससे रात में चैट करना ज्यादा मुफीद होता है.
क्योंकि रात में सेक्स की बात करने का बड़ा अच्छा असर पड़ता है.
खैर … बात सेक्स चैट तक पहुंच गई थी.
पहले तो उसे चूत चूची गांड लंड ये सब बोलने में शर्म आती थी लेकिन धीरे धीरे वह एक्सपर्ट हो गई.
ये जानकर मुझे थोड़ी हैरानी और खुशी भी हुई कि लखनऊ में होकर भी लड़की वर्जिन है.
मेरे बहुत जबरदस्ती करने पर उसने अपनी बुर की फोटो दी.
एकदम क्लीन शेव बुर और दोनों फांकें एकदम चिपकी हुई थीं.
उसे एक दो बार पहले शर्म आई, लेकिन मेरे बार बार बोलने पर वह वीडियो कॉल करने को तैयार हो गई.
कॉल पर जब उसने अपनी ब्रा निकाल कर दूध दिखाए तो मेरे तो होश उड़ने वाले थे.
क्या शानदार और बड़े बड़े चूचे थे.
वे भी एकदम गोरे.
वीडियो कॉल पर मैंने उसे पूरे कपड़े उतार कर चलने को बोला.
उसकी गांड थोड़ी चौड़ी है और हल्का सा पीछे को निकली है इसलिए और मस्त लग रही थी.
चलने पर उसकी चूचियां एकदम लयबद्ध तरीके से हिल रही थीं.
मैंने उसे अपना लंड दिखाया तो उसकी आंखें ही नहीं झपक रही थीं.
मैंने पूछा कि चाहिए?
वह हंस कर बोली- नहीं, बहुत मोटा दिख रहा है.
मैंने कहा- सामने से देखना, अच्छा लगेगा!
इस बात पर वह कुछ नहीं बोली.
मैंने पूछा- कभी लिया नहीं है क्या?
तो वह हंसती हुई बोली- मैं ऐसे देख ही पहली बार रही हूं.
पहले तो मुझे उसकी इस बात पर भरोसा नहीं हुआ.
फिर मैंने सोचा क्या करना है, चोदना ही तो है. जब तक हैं, तो चोद लेंगे.
उसने बताया कि वह मुझे उसी दिन से पसंद करती है, जिस दिन मैं उसको फ्रेशर पार्टी के बारे में बताने गया था.
उसे खासकर मेरे बात करने का तरीका बेहद पसंद आया था.
मैं तो सोच कर ही खुश हो गया.
मैं फ्लैट में अकेला रहता था.
एक दिन जैनब को लेकर मैं अपने फ्लैट पर आया.
उसे भी पता था कि मैं उसे लेकर क्यों आया हूं.
वह बोली- मेरे पीरियड्स अभी तीन दिन पहले ही खत्म हुए हैं तो बिना सेफ्टी के प्रॉब्लम हो सकती है!
मैंने सब व्यवस्था कर ली थी. मैंने अपनी जेब से कंडोम निकाल कर उसको दिखाया तो वह शर्मा गई.
पहले वह किचन में चली गई और चाय बना कर ले आई.
हम दोनों ने आराम से बैठ कर चाय पी.
फिर मैं उसके पास खिसक आया.
पहली बार मैं उसे इतने इत्मीनान से किस कर रहा था और वह भी मेरे साथ लगी थी.
मैं क्लास में कभी कभी उसे किस करता था तो डर लगा रहता था कि कोई आ न जाए.
लेकिन आज किसी का डर नहीं था इसलिए वह आराम से मेरी गोद में बैठ कर मुझे किस कर रही थी.
कुछ देर तक किस करने के बाद उसके बाल थोड़े खुल गए थे.
मैंने जब उसे छोड़ा, तो उसकी आंखें हल्की सी खुली थीं.
मैंने उससे कहा कि कपड़े उतार दो.
वह बोली- तुम ही उतार दो न!
मैंने उसकी शर्ट को निकाला और उसने खुद अपनी जींस को निकाल दिया.
मेरे सामने ब्लैक ब्रा और पैंटी में वह एकदम शानदार माल लग रही थी.
मैंने उसकी ब्रा को खोला, तो उसकी टाइट चूचियां बाहर आ गईं.
उसकी एक चूची के निप्पल को मैंने मुँह में लिया, तो उसकी आह भरी सिसकारी निकल गई.
उस दिन मुझे समझ आया कि निप्पल के ठीक नीचे किस करने या हल्का सा काटने से लड़की एकदम पागल हो जाती है.
उसके बाद तो जैनब की गर्दन से लेकर पेट तक कोई ऐसा हिस्सा नहीं था, जिस पर मैंने किस ना किया हो.
वह सच में इतनी ज्यादा गोरी थी कि जहां हल्का सा भी दांत लगा था, वह हिस्सा लाल हो गया था.
मैंने ब्रा को देखा, तो उस पर 34C लिखा था.
उसके मम्मे थोड़े ज्यादा ही टाइट थे.
मैंने दबाया तो बोली- जोर से मत दबाना, दर्द करता है.
फिर उसे किस करते करते मेरा एक हाथ उसकी बुर पर पहुंच गया.
जैसे ही मैंने उसकी बुर के दाने पर उंगली लगाई, तो वह चिहुंक उठी.
मैंने कहा- क्या हुआ?
वह बोली- कुछ हुआ नहीं … बस अजीब लगा!
मैंने उसकी पैंटी निकाल दी और खुद के भी सारे कपड़े निकाल दिए.
उसको चित लिटा कर मैं उसकी बुर पर किस करने लगा.
उसके सारे रोएं एकदम खड़े हो गए थे.
जब बुर पर किस करना शुरू किया तो उसने अपने दोनों होंठों जोर से दबा लिए और तकिए को जोर से पकड़ लिया.
उसे इस तरह से किस किए जाने से सिहरन हो गई थी.
कुछ ही देर किस करने बाद उसके पैर कांपने लगे और वह डिस्चार्ज हो गई.
झड़ जाने के बाद उसके चेहरे पर एक अजीब सी खुशी दिख रही थी.
मैं उसके बगल में जाकर लेट गया और पूछा- कैसा लगा?
वह मुस्कुरा कर बोली- मैं बता नहीं सकती!
मैंने उसके हाथ में अपना लंड पकड़ा दिया और कहा- जब ये अन्दर जाएगा, तो और मजा आएगा.
वह तो चुदने के पूरे मूड में थी, एकदम से मेरे ऊपर आ गई और वासना से उत्तेजित होकर उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया.
वह मेरी जीभ को जोर जोर से चूसने लगी थी.
कुछ देर किस करने के बाद मैंने उसे लंड चूसने को कहा.
पहले भी हमने वीडियो कॉल पर ये सब किया था तो उसे अजीब नहीं लगा.
लेकिन फोन पर करने और सामने से करने में करने में बड़ा फर्क होता है.
पहले उसने लंड को हाथ में लेकर देखा तो कुछ सहम सी गई.
मेरा लंड लगभग 6 इंच का है और काफी मोटा भी है.
उसने लंड के सामने वाले हिस्से की चमड़ी को आगे पीछे करते हुए कहा- ये हमारे में नहीं होता है न?
मैंने कहा कि- हां … तुम्हारे में नहीं होता है.
जैनब- इससे होता क्या है?
मैंने कहा- अरे यार, अभी यह सब बात करना बंद करो … बस चूसो.
उसने धीरे धीरे लंड का आगे का थोड़ा हिस्सा मुँह में ले लिया और लॉलीपॉप के जैसे चूसने लगी.
कुछ देर बाद उसने आधा लंड अन्दर लेकर चूसना शुरू कर दिया.
उससे ज्यादा उसके मुँह में जा ही नहीं पा रहा था.
फिर भी मुझे अच्छा लग रहा था.
वह लंड चूसती रही और कुछ देर बाद मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.
वह तुरंत बेसिन की तरफ भाग कर गई और मुँह साफ करके आकर बोली कि यह क्या किया?
मैंने पूछा- झड़ गया था, कैसा लगा?
वह हंस कर बोली- एकदम नमकीन खट्टा सा था.
मैंने उसे फिर से लंड चूसने के लिए बोला उसने धीरे धीरे फिर से लंड चूसना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में मेरा लंड खड़ा हो गया था.
मैंने उसे नीचे लिटा दिया और उसके दोनों पैर हवा में उठाकर अपने कंधे पर ले लिए.
थोड़ा सा थूक उसकी बुर पर लगाया और लंड को उसकी बुर में घुसाने लगा.
थोड़ा सा लंड घुसते ही वह आह की आवाज के साथ थोड़ा पीछे को हुई.
इस वजह से वह ऊपर को सरक गई थी.
मैंने उसे पकड़ कर रखा था पर वह यंग गर्ल क्यूट सेक्स कने से डर रही थी.
तब मैंने कहा- थोड़ा सा दर्द होगा, फिर कुछ देर बाद मजा आएगा.
वह बोली- ज्यादा होगा तो निकाल देना.
मैंने धक्का न देकर लंड को धीरे धीरे अन्दर सरकाना शुरू किया और फिर एक धक्का दे मारा.
उसके मुँह से आवाज ही नहीं निकल रही थी.
मैंने एक दो धक्के देकर पूरा लंड अन्दर डाल दिया और रुक कर उसको किस करने लगा.
कुछ देर बाद वह भी किस करने लगी.
अब मैंने हल्के हल्के धक्के देने शुरू किए.
मुझे लग रहा था कि लंड को किसी ऐसी चीज के अन्दर डाल दिया है, जो जल रही है और एकदम कसी हुई है.
पांच मिनट के बाद वह भी कमर हिलाने लगी.
मैंने पूछा- अब तेज तेज से करूं?
तो उसने हां में इशारा किया.
मैंने तेज धक्के देने शुरू किए और उसके मुँह से ‘आह आआ आह आआह्ह आह्ह्ह’ की आवाज़ें निकलने लगीं.
कुछ देर बाद मैंने उससे घोड़ी बनने बनने को कहा.
वह हां बोली.
मैंने लंड निकाल कर उसे घोड़ी बनने के सहारा दिया.
पीछे से लंड पेल दिया और महसूस किया कि उसकी बुर थोड़ी टाइट हो गई थी.
जब वह घोड़ी बनी तो उसका पिछवाड़ा एकदम गोल गोल पीछे की तरफ आ गया.
मैंने लंड सैट किया और बुर में घुसा दिया.
उसने एक सिसकारी ली, पर कुछ कहा नहीं.
मैंने उसकी गांड दोनों हाथ से पकड़ कर जोर जोर से उसकी चूत चोदना शुरू कर दिया.
आगे से उसके चूचे जोर जोर से आगे पीछे हो रहे थे.
मैंने उसे एक हाथ से बूब्स दबाने को कहा.
वह अपनी आंखें बंद करके एक हाथ से अपनी दोनों चूचियां दबा रही थी.
कुछ देर बाद वह झड़ने लगी.
लगभग दस मिनट के बाद मैंने लंड निकाला और उसे हिलाने को कहा.
थोड़ी देर हिलाने के बाद ही लंड से वीर्य निकल कर उसके मुँह में और चूचियों पर गिर गया पर उसने लंड हिलाना बंद नहीं किया.
जब वीर्य गिरना बंद हुआ तो वह वाशरूम में चली गई और मुँह धोकर वापस आ गई.
बाहर आकर बोली कि थोड़ा थोड़ा दर्द हो रहा है.
मैंने एक हाई डोज पेन किलर दिया जो मैं पहले देना भूल गया था.
वह उसे खाकर लेट गई लेकिन मेरे दिमाग में उसकी गांड घूम रही थी.
मुझे लड़कियों की गांड मारना पसंद है.
मेरी जितनी भी गर्लफ्रेंड्स रही हैं, मैंने सबकी गांड मारी है.
लेकिन जैनब की गांड सबसे अलग थी.
चौड़ी और हल्की सी निकली हुई गांड थी उसकी … और घोड़ी बनने पर उसकी गांड का गुलाबी छेद एकदम बाहर की तरफ आ जाता था.
पता नहीं क्यों, सिर्फ इतने ही टाइम में सेक्स करते हुए मुझे उससे सच में प्यार हो गया था.
मैं उसके पास गया और बड़े प्यार से बोला- जान मुझे तुम्हारी गांड पसंद आ गई है.
वह तुरंत बोली- नहीं नहीं, वहां कुछ नहीं करना है. अभी तो मेरी बुर ही जल रही है.
मैंने प्यार से सहलाते हुए कहा- दर्द नहीं होगा, मैं आराम से करूंगा.
बहुत मनाने के बाद वह मान गई.
मैंने उसे पेट के बल लिटा दिया और थोड़ी ज्यादा सी बोरोलिन लेकर उसकी गांड के अन्दर तक उंगली से भर दी.
मेरी एक उंगली अपने गांड के अन्दर महसूस करते ही वह सिहर उठी और उसकी एक मीठी आह निकल गई.
उसके बाद मैंने अपने लंड पर भी अच्छे से बोरोलिन को लगा लिया और पोज बना लिया.
फिर धीरे धीरे मैंने अपने लंड का टोपा उसकी गांड में डाला और दबा दिया.
वह तुरंत छटपटाने लगी, लेकिन मैं उसके ऊपर चढ़ा हुआ था, तो वह मुझसे अलग न हो सकी.
मैंने बिना कुछ सोचे धीरे धीरे सारा लंड गांड के अन्दर डाल दिया.
वह रुक रुक कर सांस ले रही थी.
मैं रुक गया.
फिर जब वह सामान्य हुई तो मैंने अपनी कमर को आगे पीछे करना शुरू किया.
जितनी टाइट उसकी चूत थी उससे ज्यादा टाइट उसकी गांड थी.
कुछ देर बाद मैंने उससे घोड़ी बनने को कहा पर लंड नहीं निकाला.
घोड़ी बनने के बाद मैंने उसकी कमर पकड़ ली और तेज तेज शॉट मारने शुरू किए.
बीस मिनट तक गांड चोदने के बाद मैंने पूरा रस उसकी गांड में ही छोड़ दिया.
वह मेरे साथ 2 बार के सेक्स में पूरी निढाल हो चुकी थी.
मैंने यंग गर्ल से और करना ठीक नहीं समझा.
उसे कुछ देर पहले ही दवा दी थी इसलिए उसका दर्द काफी कम था.
वह बिना कुछ साफ किए ही सो गई.
कुछ देर बाद वह उठी और कपड़े पहनने की कोशिश करने लगी.
उसे काफी दर्द हो रहा था.
मैंने उसका हाथ पकड़ कर उसे चलाया तो कुछ देर बाद वह सामान्य हो गई … पर दर्द अभी भी हो रहा था.
कुछ देर बाद अगली बार मिलने के वायदे के साथ हम दोनों अलग हो गए.
आपको यंग गर्ल क्यूट सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज बताएं.