सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई का मौक़ा मुझे मेरे दोस्त की बहन की शादी में मिला। मैंने एक कमरे में नंगी लड़की को चूत में उंगली करती देखा। उससे मैं खुद को रोक न सका और उसे पेल दिया।
कैसे हो दोस्तो! मैं अपनी सेक्स कहानी आपको बताना चाहता हूं।
मैं ज्यादा समय न लेते हुए सीधे सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई कहानी पर आता हूं।
यह बात जून महीने की है।
मेरे दोस्त की बहन की शादी थी।
मैं और मेरे कई और दोस्त भी उस शादी में गए हुए थे।
हम लोग सुबह से ही वहां पर काम करवा रहे थे।
तो काम करवाते हुए एक बार मेरे दोस्त की मम्मी मेरे पास आकर बोली- राहुल, ऊपर तीसरी मंजिल वाले कमरे में से कुछ सामान लाना है। तुम ले आओ जाकर!
मैं बोला- ठीक है आंटी।
जब मैं ऊपर जाने लगा तो दूसरी मंजिल में से कुछ आवाजें आ रही थीं।
मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
मैं सामान लेने ऊपर चला गया।
आते समय फिर से मेरा ध्यान उन आवाजों ने खींच लिया क्योंकि वह आवाजें किसी लड़की की थीं।
मैंने दरवाजे पर कान लगाकर सुना तो पता चला लड़की आह्ह … स्स … आह्ह … स्स्स … करके कामुक आवाजें कर रही थी।
अब मैं वहां से हट ना सका।
मेरे अंदर भी चुदाई के ख्याल आने लगे।
वैसे भी शादी के माहौल में सेक्स पर बड़ा ध्यान जाता है सबका।
हर कोई सोचता है कि सेक्स के लिए कोई मिल जाए।
मैंने पूरी बात पता करने की ठान ली कि आखिर ये आवाजें कौन कर रहा है।
फिर मैंने पास पड़ी कुर्सी खींच ली और रोशनदान से झांक कर देखने लगा।
अंदर का नजारा देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया।
एक लड़की अंदर नीचे से नंगी होकर टांगें फैलाये बेड पर बैठी थी।
उसके सीधे हाथ में फोन था और दूसरे हाथ की बीच वाली दो उंगलियां उसकी चूत में अंदर बाहर हो रही थीं।
सामने खुली चूत देखकर मैं सन्न रह गया।
मेरा लंड एकदम टन्नाक हो गया।
लड़की देखने में 24-25 की लग रही थी।
लड़की की चूत की तरह शरीर का रंग भी सांवला था।
सामने का नजारा इतना कामुक था कि मेरा हाथ खुद ही लंड पर चला गया।
मैं वहीं पैंट में हाथ देकर लंड को आहिस्ता आहिस्ता सहलाने लगा।
वह सेक्सी नंगी लड़की लगातार अपनी चूत में उंगली करते हुए मस्त हो रही थी।
कभी कभी बीच में चूचियां भी दबाने लगती थी।
उसकी चूचियों के निप्पल टॉप में से एकदम तने हुए दिख रहे थे।
मेरा मन कर रहा था कि दरवाजा खोलकर अंदर घुस जाऊं और उसकी चूत में मुंह लगा दूं, जोर जोर से उसकी चूत को चाटूं, उस सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई करूं.
इतने में ही वह आंखें बंद करके तेजी से चूत को रगड़ने लगी।
उसकी सिसकारियां बहुत तेज हो गईं।
फिर एकदम से उसकी चूत में से पानी आने लगा।
धीरे धीरे वह शांत होती चली गई।
उसका हाथ चूत के पानी में सन गया था जिसको उसने चाट लिया।
यह हरकत देखकर मेरा कंट्रोल भी लंड पर से छूट गया और अंडरवियर में ही मेरा माल निकल गया।
यहां मेरी किस्मत खराब निकली।
उसी वक्त मेरा फोन बजने लगा और एकदम से उसका ध्यान दरवाजे की ओर गया।
उसे पता चल गया कि कोई उसे देख रहा है।
उसने जोर से आवाज दी- कौन है!
मैं कुछ नहीं बोला और वहां से हटने लगा।
लेकिन हड़बड़ी में मैं कुर्सी से नीचे गिर गया।
इतने में वह बाहर आ गई।
मैं जल्दी से उठा और अपना सामान उठाने लगा।
उसने मुझे देखते ही पूछा- कौन हो तुम, और यहाँ क्या कर रहे हो?
मैं- यश का दोस्त हूं।
उसने पूछा- यहाँ क्या कर रहे हो?
मैं- ऑन्टी ने सामान मंगाया था, वह लेने आया था।
उसने पूछा- ये कुर्सी लगा कर क्या देख रहे थे तुम अंदर?
मैं थोड़ा डर गया; कुछ बोलते नहीं बन रहा था।
इससे पहले कि मैं कुछ बहाना देता उसकी नजर नीचे मेरी पैंट पर चली गई।
माल का धब्बा पैंट पर दिखने लगा था।
वह समझ गई कि मेरी पैंट क्यों गीली है वहां से!
बोली- तो क्या देखा तुमने अंदर?
मैं- कुछ भी नहीं।
यह कह कर मैं जाने लगा।
उसने रोक कर पूछा- ज्यादा भोले मत बनो, तुम मेरी वीडियो बना रहे थे ना! मैं अभी सबको बुलाती हूं, रुको!
मैं धमकी से घबरा गया और थोड़ा डर गया।
मैंने सोचा अगर यश को पता चला तो दोस्ती खराब हो जाएगी।
वह मुझे डांटने लगी।
कुछ देर तो मैंने सुना, फिर मुझे भी गुस्सा आ गया।
मैंने कहा- अच्छा ठीक है, देखा मैंने, जो तुम कर रही थी अंदर सब देख लिया मैंने। लेकिन मैंने कोई वीडियो नहीं बनाई है। लेकिन मेरी जगह कोई और देखा लेता तो क्या कहता तुम्हारे बारे में, या कोई देख कर बता दे कि तुम यहां ये सब कर रही हो तो क्या होगा तुम्हारा!
अब उसको लगा कि मैं भी सबको बता सकता हूं।
फिर वह अपनी औकात में आई, बोली- ठीक है, लेकिन तुम किसी को बताना मत प्लीज।
लेकिन दोस्तो, मेरे अंदर हवस जाग चुकी थी।
मैंने सोचा कि क्यों न इस स्थिति का फायदा उठाया जाए।
मैं उसके नजदीक जाकर बोला- तुम चाहो तो ये बात इन सीढ़ियों के नीचे तक कभी नहीं जाएगी। लेकिन मैं तुम्हारा अकेलापन दूर करना चाहता हूं।
उसने एक बार तो मेरी तरफ गुस्से से देखा और फिर नॉर्मल हो गई।
वह बोली- ठीक है, लेकिन तुम किसी को बताओगे नहीं इस बारे में!
मैंने कहा- ठीक है।
मन ही मन मैं सोच रहा था कि इसका मन भी है चुदने का!
मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि ऐसे ही कोई लड़की मुझे चूत देने के लिए तैयार हो जाएगी।
बहुत बड़ा इत्तेफाक था यह!
फिर वह अंदर रूम में हो ली और मैं भी उसके पीछे ही घुस गया।
वह बेड के पास जाकर खड़ी हो गई।
मेरा लंड अब फिर से तनाव में आने लगा।
हम दोनों एक दूसरे की ओर देख रहे थे।
मैंने पहल करते हुए उसकी छाती पर हाथ रखा और उसकी चूचियों को हल्के हल्के दबाकर देखने लगा।
बड़ी ही नर्म मुलायम चूचियां थीं उसकी!
फिर मैं उसके होंठों को चूमने लगा।
जैसे जैसे उससे नजदीकी बढ़ रही थी, मैं बेकाबू सा होने लगा।
मैं एकदम से उससे लिपट गया।
जोर जोर से मैं उसके होंठों को चूसने लगा और साथ में गांड दबाने लगा।
मेरा लंड उसकी चूत पर टकरा रहा था और अंदर घुसने का रास्ता ढूंढ रहा था।
उसका भी मूड बनने लगा और वह भी साथ देने लगी।
अब मेरी जीभ उसके मुंह में जा रही थी। वह भी मेरे होंठों को मस्त चूसने लगी।
उसका हाथ एकदम से मेरी पैंट पर आ गया और वह पैंट पर से लंड को सहलाने लगी।
उसने फिर अपना स्कर्ट उतार दिया और टॉप भी उतार दिया।
नीचे उसने ब्रा नहीं पहनी थी लेकिन चूत पर पैंटी थी।
मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और गर्दन पर किस करने लगा।
वह इससे और ज्यादा गर्म होने लगी।
फिर मैं उसकी नंगी चूचियों को मुंह में भरकर चूसने लगा।
उसके मुंह से सिसकारियां आना शुरू हो गईं- अम्म … अह … हाए … आह् ओह।
वह कसमसा रही थी और मैं उसकी चूचिचों के निप्पलों को चुभला रहा था।
धीरे धीरे अब मैं नीचे की ओर पेट पर आया और किस करता हुआ नीचे जाने लगा।
उसके हाथ अब मेरे सिर पर आकर मेरे बालों को सहलाने लगे थे।
चूमता हुआ मैं पैंटी पर जा पहुंचा जहां उसकी चूत की तेज गंध मेरे नाक में पहुंचने लगी।
मैं पैंटी के ऊपर से ही चूत को सूंघने लगा।
क्या मस्त खुशबू आ रही थी उसकी चूत की!
मैं पैंटी के ऊपर से ही चूत को किस करने लगा।
फिर मैंने पैंटी को खींच दिया, उसकी चूत को नंगी कर दिया।
लड़की की चूत एकदम से क्लीन शेव की हुई थी।
वह अब पूरी की पूरी नंगी मेरे सामने लेटी थी।
मैं भी जल्दी से पैंट खोलकर नीचे से नंगा हो गया, मैं घुटने मोड़कर उसके सामने खड़ा हो गया।
मेरा लंड उसके मुंह के सामने आ रहा था।
मैंने उसे लंड चूसने का इशारा किया तो उसने थोड़ा गुस्से से मुझे देखा।
फिर मैंने आंख मारकर उसको लंड मुंह में लेने के लिए रिक्वेस्ट किया।
वह मान गई और लंड को मुंह में भरकर चूसने लगी।
मैं जन्नत में सैर करने लगा।
आह्ह … क्या मजा आ रहा था उसके गर्म गर्म मुंह में तना हुआ लौड़ा देकर चुसवाने में।
लंड को वह गले तक लेकर जा रही थी।
कुछ ही देर में लगने लगा कि मैं झड़ जाऊंगा।
मैंने इतने में उसके सिर को पकड़ कर मुंह को लंड पर दबा दिया।
मैं जोर जोर से मुंह में धक्के देने लगा।
चोदते हुए मैंने माल उसके गले में गिरा दिया।
लंड में झटके लग रहे थे और मैं उसके सिर को दबाए हुए था।
वह लंड को मुंह से निकालने की कोशिश कर रही थी लेकिन जब तक वह माल को पी नहीं गई, मैंने उसे छोड़ा नहीं।
फिर माल पीने के बाद मैंने उसे छोड़ दिया और वह जोर जोर से हांफ रही थी।
मैंने उसे प्यार से लिटा दिया और चूत पर एक किस किया।
फिर मैंने उसकी टांगें चौड़ी खोलीं और चूत पर मुंह लगा दिया।
मैं कुत्ते की तरह उसकी चूत पर जीभ चलाने लगा।
वह पागल सी होने लगी।
मैं जीभ को चूत के अंदर भी डाल देता था और चोदने लगता था।
उसकी चूत से पानी निकलना शुरू हो गया था जिसे मैं साथ के साथ चाट जाता था।
धीरे धीरे वह इतनी गर्म हो गई कि मेरे मुंह को चूत पर दबाने लगी, मेरे होंठों पर चूत को रगड़ने लगी।
उसके मुंह से कामुक आहें निकल रही थीं- आह्ह … स्स्स … आहा … आईई … उम्मम … ओह।
बहुत देर तक मैंने उसकी चूत को चाटा और वह चुदने के लिए तड़प उठी।
अब तक मेरे लंड में भी तनाव फिर से पूरा हो चुका था।
वह बोली- चोद दो, अब नहीं रुका जा रहा।
मैंने मुंह को चूत से हटा लिया।
उसकी चूत के रस में मेरे होंठ सन गए थे।
उसने देखा कि मेरे होंठों पर चूत का पानी लगा है तो वह मेरे होंठों को चूसने लगी।
मुझे भी इसमें बड़ा मजा आ रहा था।
मैं उसको पीछे हटाकर एक बार फिर से चूचियों पर टूट पड़ा और जोर जोर से चूची पीने लगा।
वह भी मेरे सिर को चूचियों पर दबाने लगी।
अब मैंने अलग होकर उसकी टांगों को चौड़ी किया और लंड को चूत के मुंह पर लगा दिया।
मैं धीरे धीरे लंड को चूत पर रगड़ने लगा।
उसकी टांगें और ज्यादा चौड़ी खुलने लगीं।
वह लंड लेने के लिए बेताब हो रही थी।
फिर मैंने धक्का देना शुरू किया और लंड को उसकी चूत में घुसा दिया।
वह एक बार तो उचकी लेकिन मैंने उसे पकड़ लिया।
फिर एक और धक्का मारा तो लंड उसकी चूत में और अंदर सरक गया, लगभग आधे तक!
मैंने लंड को चलाना शुरू किया और धीरे धीरे पूरा लंड चूत में समा गया।
लंड चूत में लेकर उसका मुंह जैसे खुल सा गया।
मैं उसे चोदने लगा और उसकी आंखें अब मदहोश होने लगीं।
चूत में पूरा का पूरा लंड भीतर-बाहर हो रहा था।
वह फिर से कामुक आवाजें करने लगी- आह्ह चोदो … चोदो आह … जोर से … आह्ह।
फिर एकदम से उसने मुझे नीचे गिरा लिया और खुद ही लंड पर बैठकर ऊपर-नीचे होने लगी।
मुझे भी सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई में मजा आ रहा था।
उसकी सिसकारियां बहुत तेज होने लगीं।
मुझे डर था कि कहीं हम पकड़े न जाएं तो मैंने उसे धीरे से चुदने के लिए कहा।
वह रुक गई और मैंने नीचे से धक्के देने शुरू किए।
अब हम बेड से उठकर सोफे पर आ गए।
मैंने उसको सोफे पर हाथ रखकर टांग उठाने के लिए कहा।
उसकी टांग मैंने अपनी कमर पर रखवा दी।
अब उसकी चूत खुल गई और मैंने टोपे पर थूक लगाकर लंड को पेल दिया।
टांग उठाकर मैं चूत मारने लगा।
उसको अब हल्का दर्द भी होने लगा- आईई … ऊईई … आहह … मर गई … आहाह।
लगभग आधे घंटे तक मैंने उसकी चूत को अलग-अलग पोजीशन में चोदा।
मैं फिर झड़ने के करीब पहुंच गया।
मैंने कहा कि आने वाला हूं!
वह बोली- अंदर नहीं!
फिर मैंने एकदम से लंड को बाहर खींच लिया और मेरे लंड से माल छूट पड़ा।
फर्श पर मैंने सारा माल गिरा दिया।
फिर कुछ बूंदें वीर्य की जो लंड पर लगी थीं, उनको उसने चाट कर साफ कर दिया।
फिर हम दोनों ने एक मिनट तक लिप किस किया और फिर छत पर मिलने का टाइम फिक्स किया।
मैंने अपना अंडरवियर और पैंट पहन ली।
उसने भी जल्दी से कपड़े पहन लिए।
रूम को उसने जल्दी से ठीक कर दिया।
मैंने सामान उठाया और नीचे आ गया।
उसके बाद शादी में जब तक रहा मैंने कई बार उसकी चूत मारी।
आपको मेरी कहानी अच्छी लगी होगी.
मुझे जरूर अपने मैसेज और कमेंट्स में बताएं ताकि मैं आगे की कहानी भी आपके लिए ला सकूं।
शादी में चुदाई का मजा ही कुछ और है।
इसलिए सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई कहानी के बारे में अपनी राय जरूर दें और बताएँ कि क्या आप ने भी कभी शादी में किसी की चुदाई की, या फिर कोई लड़की अपनी कहानी बताए जिसने शादी में किसी लड़के को पटाकर लंड लिया हो।
मुझे आप सब की प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।