हॉट गर्ल पोर्न कहानी में पढ़ें कि कैसे मैं अपने गांव की एक पुरानी दोस्त से मिला. मेरा दिल आ गया उसके भरे पूरे जिस्म को देख कर! मैंने उसकी बुर की चुदाई की.
दोस्तो, मैं वी के जाट, हरियाणा के हिसार से हूं.
मैं 5 फुट 5 इंच का एक हट्टा-कट्टा जाट हूं और अभी मैं गुरुग्राम में रह कर जॉब करता हूं.
यह मेरी पहली हॉट गर्ल पोर्न कहानी है.
पिछले महीने कुछ काम से मुझे गांव आना पड़ा.
गांव में ही एक दिन मैं ऐसे ही अपने एक दोस्त से मिलने गया था, उसका नाम अंकित था.
हम दोनों साथ पढ़ते थे.
वो मुझे रास्ते में ही मिल गया.
मैंने उससे पूछा- तू किधर जा रहा है … मैं तो तुझसे मिलने तेरे घर जा रहा था.
वो बोला- अरे यार, गाँव में क्या काम धरा है. बस यूँ ही ठलुआगिरी कर रहा था. चल घर चलते हैं.
अंकित मुझे अपने साथ अपने घर ले गया. हमने काफी बातें की.
उसका छोटा भाई हुक्का भर लाया, हम हुक्का पीने लगे.
हरियाणा में हुक्का पीना आम बात है … जैसे हम लोग शहर में आम तौर पर आने वाले मेहमान को चाय पिलाते हैं, उसी तरह से हरियाणा में गांवों में हुक्का पिलाने का चलन है.
हम दोनों को ऐसे ही गपशप करते हुए काफी देर हो गई.
शाम को 5 बजे मैंने उससे विदा ली और मैं अपने घर के लिए अपनी बाइक पर निकल आया.
उसके घर से मेरा घर बीस किलोमीटर की दूरी पर था और ठंड का समय था.
मैं बाईक धीरे धीरे चला रहा था.
तभी मुझे रास्ते में एक लड़की दिखी.
उसे देखते ही मैंने पहचान लिया.
वो मेरी स्कूल की फ्रेंड दिव्या थी.
मैंने उसके पास ले जाकर बाइक रोक दी और उतरकर उससे हैलो कहा.
वो मुझे देख कर बहुत खुश हो गई.
हमें बातें करते हुए अभी कुछ ही देर हुई थी कि मेरी दिल्ली में रहने की बात सुनकर चौंक गई.
दरअसल उसे मालूम ही नहीं था कि मैं दिल्ली में रहने लगा हूँ. चूँकि वो भी दिल्ली में ही रहती थी, इसलिए उसे बड़ी ख़ुशी हुई.
उसने मुझसे मेरा नंबर ले लिया और अपना नंबर भी मुझे दे दिया.
उसके बाद मैंने उसे लिफ्ट ऑफर की, तो वो मान गई.
अब मैं बाइक पर बैठ गया और वो मेरे पीछे बैठ गई.
दरअसल उसका और मेरा घर ज्यादा दूर नहीं था, लगभग एक किलोमीटर का ही फासला था.
हम दोनों बातें करने लगे और घर की ओर चल दिए.
रास्ते में जब खराब सड़क के या भीड़ के कारण मैं ब्रेक मारता तो उसके 36 इंच के मम्मे मेरी पीठ से आ टकराते.
मुझे तो उस वक्त बहुत मजा आ रहा था. उसके आमों को महसूस करने के लिए मैं बार बार ब्रेक मारने लगा.
शायद उसे मेरी शरारत का पता चल गया था.
उस वक्त उसने अपने हाथ मेरे कंधे पर रखे और मेरी गर्दन पर नाखून चुभा दिए.
मैं समझ गया कि पार्टी मेरी हरकत समझ गई है.
अब उसका घर आने वाला था, तो मैंने उसे उसके घर से थोड़ा पहले उतार दिया.
मगर तब भी उसने मुझे हग करके बाय बोला और मैं उसके मम्मों का सुखद अहसास लेते हुए अपने घर आ गया.
अब हमारी व्हाट्सैप पर चैट चलने लगी.
कुछ दिन बाद उसका फोन आया कि वो दिल्ली जाने वाली है.
मेरी भी छुट्टियां खत्म होने वाली थी क्योंकि मैं जॉब करता था और कुछ ही दिनों के लिए छुट्टी लेकर घर आया था.
मैंने भी उससे अपने जाने के लिए कहा.
वो बोली- तो एक साथ ही चलते हैं.
मैंने ओके कह दिया और ऐसे ही हमने एक साथ जाने का प्लान बना लिया.
दो दिन बाद मैं अपनी गाड़ी लेकर दिल्ली के लिए निकल गया.
मैंने उसे पहले ही कह दिया था कि तुम कुछ दूर बस से आ जाना ताकि घर वालों को शक ना हो और फिर मेरे साथ चल पड़ना.
उसने हामी भर दी.
मैं बस स्टैंड पर पहुंचा, तो मुझे वो पहले से ही वहां खड़ी मिली.
मैंने उसे खिड़की से आवाज लगाई और वो आकर गाड़ी में बैठ गई.
उसने अपना सामान पीछे रखा और खुद मेरे बाजू वाली सीट पर बैठ गई.
अब ऐसे ही हम बातें करते हुए जा रहे थे.
रास्ते में तो ज्यादा कुछ खास नहीं हुआ मगर जैसे ही हम दोनों दिल्ली पहुंचे, तो हम दोनों ने तय कर लिया कि आज की रात हम दोनों एक साथ ही रुकेंगे और उसने मेरे ही घर रुकने का फैसला कर लिया.
अपना सामान आदि रखकर हम दोनों फ्रेश हुए. उसके बाद हम खाना खाने के लिए बाहर चले गए.
उस वक्त रात के 8 बज रहे थे, तो कुछ देर हम घूमे और उसके बाद हम खाना खाकर रूम पर आ गए.
अब मुझे फ्लेवर वाला हुक्का पीने की आदत थी, तो मैं वो पीने लगा.
उसने पहले कभी हुक्का नहीं पिया था, वह मेरे कहने पर ट्राई करने लगी.
फिर हम दोनों लेट कर बातें करने लगे.
मेरे घर में हॉल के अलावा एक ही कमरा था तो मैं बाहर हॉल में सोफे पर सोने के लिए जाने लगा.
तो वो बोली- इतनी ठंड में तुम बाहर सोफे पर सोओगे तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा.
वो जिद करने लगी तो मैं उसके साथ बेड पर ही सो गया.
हमने मेन लाइट तो बंद कर दी थी लेकिन एक नाइट बल्ब जल रहा था.
अब मैं सो गया था.
रात को जब मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि दिव्या मेरे बाजू में नंगी लेटी हुई है और हॉट गर्ल पोर्न देख कर अपनी चूत में उंगली कर रही है.
पहले तो मैं उसे देख कर चौंक गया, फिर मैं भी अपना लंड हिलाने लगा.
अब मैंने हिम्मत करके उसका एक बूब दबा दिया.
वह फोन बंद करके मेरी तरफ मुड़ गई और उसने मेरा खड़ा 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड देखा तो उसके मुँह में पानी आ गया.
झट से वह मेरे ऊपर आ गई और मेरे होंठ चूसने लगी.
अभी मैं खुद को संभाल पाता, इससे पहले वह मेरे कपड़े उतारने लगी और मुझे नंगा कर दिया.
चोदना तो मैं भी उसे चाहता था, अब जब मुझे सिग्नल मिल गया था तो मैंने उसे अपने नीचे ले लिया.
मैं उसके होंठ चूसने लगा और उसके साथ स्मूच करने लगा.
फिर मेरी नजर उसके 36 इंच के मम्मों पर पड़ी, तो मैं उसके एक बूब को दबाने लगा और दूसरे को चूसने लगा.
दिव्या पड़ी पड़ी सिसकारियां ले रही थी.
वह ‘उफ्फ आआ आहहह उम्म …’ की आवाजें करने लगी तो मैंने उसके बूब्स छोड़ कर उसकी चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया.
इससे वो एकदम से गर्म हो गई और जोर जोर से सांस लेने लगी.
अब मैंने अपना मुँह उसकी चूत पर लगा दिया और उसकी चूत चाटने लगा.
चूत चटवाने से दिव्या और ज्यादा मस्त हो गई थी.
कुछ ही देर में हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए थे.
उसके मुँह में मेरा लंड था और मेरे मुँह में उसकी चूत थी.
आह … बड़ा मजा आ रहा था.
ऐसे करते हुए ही दिव्या मेरे मुँह में झड़ने लगी.
मैंने उसका सारा पानी पी लिया.
उसके चूसने से मेरा लंड भी तन कर एकदम खड़ा हो गया था तो मैंने बिना देर किए उसकी चूत पर लंड रखा और एक जोर का झटका मारा.
मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया था और उसकी चीख निकल गई.
मुझे मालूम ही नहीं था कि वो कुंवारी है.
मैं सोच रहा था कि कि वो दिल्ली में रहने लगी है और पक्के में लंड का स्वाद ले चुकी होगी. जब लंड पेलूंगा तो उसकी चूत में मेरा लंड एकदम से अन्दर घुस जाएगा.
पर उसकी चीख से मैं एकदम से डर गया और मेरी नजर उसकी चूत पर चली गई.
उसकी चूत से खून निकल रहा था.
मैंने खून देख कर खुद के नसीब को सराहा कि आज सील पैक चूत चोदने मिल गई है.
कुछ समय के लिए मैं रुक गया और उसके होंठ चूसने लगा.
फिर मैंने उसके दूध चूसे सहलाए, वो अपना दर्द भूलने लगी थी.
मैंने उसे मस्त होते देखा, तो फिर से एक जोर का झटका दे मारा.
इससे वो अधमरी सी हो गई और रोने लगी.
अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस चुका था.
वो बिन पानी की मछली के जैसे छटपटा रही थी.
मैंने एक पल को सोचा कि ऐसे तो ये दर्द से रोती ही रहेगी, धकापेल चोदना चालू कर दूंगा तो कुछ ही देर में इसकी चूत मेरे लंड के मुताबिक फैल जाएगी और चुदाई का मजा आना शुरू हो जाएगा.
बस अब मैंने बिना समय गंवाए जोर जोर के झटके मारने शुरू कर दिए.
कुछ झटकों के बाद उसे भी मजा आने लगा और वो भी ‘आह आशहह अहह …’ की आवाज के साथ गांड उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी.
कुछ देर बाद वो झड़ गई तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया.
अब मैंने उसे डॉगी स्टाइल में ले लिया और पीछे से उसकी चूत मारने लगा.
वो मस्ती से अपनी गांड हिलाती हुई मेरे लंड से चुद रही थी.
करीब दस मिनट बाद वो फिर से झड़ गई.
कुछ देर रुके रहने के बाद मैं उसे घचाघच पेलने लगा.
इस बार हम दोनों एक साथ झड़े और मैंने अपना सारा माल उसके अन्दर ही गिरा दिया.
हम दोनों थक कर लेट गए और हमें कब नींद आ गई, कुछ पता ही नहीं चला.
अगली सुबह उसने मुझे जगाया और मेरा सोया हुआ लौड़ा चूसने लगी.
कुछ ही पलों में मेरे लंड की जवानी फड़क उठी और अब मैं भी जोर जोर से उसका मुँह चोदने लगा.
कुछ समय बाद मैंने अपना सारा पानी उसके मुँह में ही गिरा दिया और वो उसे पूरा पी भी गई.
फिर मैंने उसे उल्टा लिटा दिया.
उसकी गांड पर थप्पड़ मार मार कर उसके मोटे मोटे चूतड़ काटने लगा और उसकी गांड के छेद को जीभ से चाटने लगा.
बड़ा मजा आ रहा था दिव्या की गांड चाटने में … वो भी एक मस्त हो गई थी और अपनी गांड का छेद खोल बंद करने लगी थी.
मैंने उसकी गांड में अपना अंगूठा डाल दिया और वो एकदम से चिहुँक उठी.
मैं लगा रहा और मैंने उसकी गांड के छेद को थूक लगा लगा कर ढीला कर दिया.
बाद में मैंने उसकी गांड में अपना लंड पेल दिया.
लंड गांड में घुस तो गया पर दिव्या से दर्द झेलना मुश्किल हो गया।
एक बार को तो मुझे भी लगा कि गांड में लंड गलत पेल दिया मगर फिर मैं रुक गया और उसे सहलाने चूमने लगा.
कुछ देर बाद मेरा लंड खुद ब खुद गांड में घुस गया और मैंने हचक कर गांड मारनी शुरू कर दी.
दिव्या को भी कुछ देर बाद गांड में लंड लेने में दर्द के साथ मजा आने लगा और वो मेरा साथ देने लगी.
गांड चुदाई के बाद हम दोनों बाथरूम में गए तो एक बार बाथरूम में सेक्स किया.
फिर शाम को वो अपने घर चली गई.
अब भी जब हमारा मन करता है तो हम दोनों सेक्स कर लेते हैं.
तो दोस्तो, यह मेरी पहली सेक्स कहानी थी. मैं उम्मीद करता हूं कि आपको हॉट गर्ल पोर्न कहानी पसंद आई होगी.
अपनी राय मुझे मेल जरूर करें.