देसी वर्जिन ब्राइड सेक्स का मजा मैंने लिया अपनी सुहागरात में अपनी अनछुई नवविवाहिता पत्नी के साथ. मैंने पहली रात में ही उसे 3 बार चोदा. तीसरी बार में उसने खुल कर मजा लिया.
नमस्कार दोस्तो, मैं कुमार सिन्हा.
मेरी पहली सेक्स कहानी
गर्मी की रात में मम्मी पापा की मस्ती
को आप सबने बहुत पसंद किया और आप सभी से बहुत से ईमेल प्राप्त हुए.
सभी को धन्यवाद.
अब मैं अपनी सच्ची देसी वर्जिन ब्राइड सेक्स कहानी पर आता हूं.
मेरी शादी कुछ महीने पहले हुई थी.
हमारी अरेंज मैरिज हुई थी.
मेरी बीवी गांव वाली देसी आईटम है.
वह मेरे से 3 साल छोटी है.
मैं 28 साल का, बीवी 25 की है. उसका नाम रेणु है.
उसका बदन 34-32-36 साइज का है.
शादी पहले हमारी ज्यादा बात नहीं हुई. कोविड काल कारण सगाई भी नहीं हुई. उसके पास खुद का मोबाइल भी नहीं था तो ज्यादा बातें भी नहीं हो पाईं.
जैसे तैसे हमारी शादी हो गयी.
हमारी तरफ शादी के बाद पूजा आदि होती है. ये सब पति पत्नी की एक साथ होती है.
फिर बाद में एक रूम में रहने देते हैं.
वैसा ही हमारे साथ भी हुआ.
पहली रात को रेणु रूम में सज कर पहले से ही बैठी थी.
मैं अन्दर आ गया.
मैंने कभी सेक्स नहीं किया था, सिर्फ वीडियो ही देखे थे.
अभी शादी होने वाली है और उसी बात को सोच कर दो महीनों तक मुठ भी नहीं मारी थी.
इस सब वजह से मेरे अन्दर गर्मी एकदम बढ़ी हुई थी.
मेरी हालत कुछ इस तरह की थी कि डर सा लग रहा था.
अन्दर हवस की आंधी भी चल रही थी कि बस अन्दर जाकर बीवी पर चढ़ जाऊं.
मैं अन्दर आया और बेड पर डरी सहमी सी बैठी अपनी बीवी के हाथ पर हाथ रख बातें शुरू की.
‘कैसा लग रहा है यहां?’
वह मुँह नीचे किए बोली- ठीक लग रहा है.
मैंने प्यार से अपने हाथ से उसका मुँह ऊपर किया और कहा- मुझे अपना पति के साथ साथ दोस्त ही समझो.
वह कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने प्यार से रेणु को किस किया और कहा- तुम भी करो.
उसने भी मेरे दोनों गालों पर किस की.
फिर मैंने धीरे से रेणु के होंठों पर किस की और उसके होंठों को चूसने लगा.
वह भी मजा लेने लगी.
होंठों को किस करते हुए मैं उसकी प्यारी सी नथ को भी चूसे जा रहा था.
वह कुछ गर्म होने लगी थी.
मैंने अपनी जीभ को उसके मुँह में दे दी.
वह पहले तो जीभ मुँह के अन्दर लेने की बात को समझ नहीं पाई.
शायद मेरी बीवी सेक्स में काफी कुछ नहीं जानती थी.
हालांकि इस बात को जानकार मुझे प्रसन्नता ही हुई कि कम से कम बीवी की जवानी मेरे लौड़े के नाम ही लिखी हुई मिली.
वरना आजकल तो चूत में लंड का प्रवेश हो चुका वाली स्थिति ही मिलती है.
मैं जीभ से उसके मुँह में किस करते हुए ही उसके ब्लाउज के बटन खोलने लगा.
वह हाथ हटाने कोशिश कर रही थी.
फिर मैंने ब्लाउज खोल दिया.
वह ऊपर सिर्फ ब्रा में रह गई थी.
मैंने उसके ब्रा के ऊपर से ही उसके दूध को मुँह में भर लिया और दूध चूसने लगा.
वह भी गनगनाने लगी थी तो मेरे सर को अपनी चूचियों पर दबाए हुए अपनी आग को ठंडी करवाने की चेष्टा कर रही थी.
कुछ देर बाद हम दोनों खड़े हो किस करने लगे.
मैंने अपने हाथ को नीचे लिया और रेणु के लहंगे का नाड़ा खोल दिया.
उसका लहंगा सरक कर जमीन पर गिर गया.
वह एकदम से अपने लहंगे को पकड़ने को हुई मगर मैंने उसके हाथ पकड़ कर कहा- जाने दो न जान.
तो वह चुप हो गई और मेरे सीने से लिपट गई.
मैंने उसे अपने आपसे कुछ दूर किया और उसे नजर भर कर देखा.
रेणु सिर्फ ब्रा पैंटी में कयामत लग रही थी.
मैं नजर भर कर उसे देखने लगा और अपनी आंखों से अपनी खूबसूरत बीवी को चोदने लगा.
मेरी नजरों की वासना को समझ कर मेरी प्यारी दुल्हन ने कहा- जी, मुझे शर्म आ रही है, प्लीज लाइट बन्द कर दीजिए.
मैंने कहा- ठीक है.
तब मैंने कमरे की बड़ी लाइट बन्द कर दी और छोटी लाइट ऑन कर दी.
तब तक वह बेड पर एक कोने पर बैठ गई थी.
मेरे अन्दर वासना की गर्मी उफान मार रही थी.
मैंने भी पूरे कपड़े उतार दिए और सिर्फ अंडरवियर में बेड पर आ गया.
तब मैंने उसको बिस्तर पर आराम से लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ कर उसे किस करने लगा.
फिर उसे अपनी बांहों में भर कर थोड़ा सा ऊपर उठाया और उसकी ब्रा का हुक खोल दिया.
उसकी ब्रा ढीली हो गई थी तो मैंने उसके एक दूध को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगा.
वह ‘उफ हहह मत करो जी … आह क्या कर रहे हो … आह.’ कहने लगी.
मैं नहीं रुका और उसे चूमता ही रहा.
कुछ ही देर बाद वह खुद अपने दूध मेरे मुँह में दे रही थी और आहें भर रही थी.
थोड़ी देर बाद मैंने नीचे उसकी पैंटी की इलास्टिक में हाथ डाला और उसे भी उतार दिया.
उसकी चिकनी चूत मेरे सामने थी.
मैं उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा.
मेरी देसी वर्जिन ब्राइड शरमा के कसमसा रही थी और अपनी टांगों को जोड़ कर चूत को छिपा रही थी.
उसकी एकदम टाइट और रसीली चूत को देख कर दिल काबू में नहीं रहा.
मैं उसकी दोनों टांगों के बीच में आ गया और अपने मुँह से उसकी नमकीन चूत को चाटने लगा.
वह मेरे सर पर हाथ रख कर मुझे उधर से हटाने की चेष्टा कर रही थी और मैं किसी जंगली कुत्ते की तरह उसकी बुर चाटने में लगा हुआ था.
क्या मस्त नजारा था … उसकी चूत अब एकदम से खुल गई थी.
रेणु ने अपनी टांगें फैला दी थीं और वह मेरे सर पर अपना हाथ रख कर, अपनी आंखों को बंद करके बेड पर मचलती हुई चूत चुसाई के मजे ले रही थी.
मुझे अपनी बीवी की चूत चाटते हुए 5 मिनट ही हुए थे कि रेणु की गांड नीचे से ऊपर को उठने लगी और उसकी ध्वनि की तीव्रता बढ़ गई थी.
कुछ ही देर में रेणु एकड़ से अकड़ कर ढीली हो गई और उसकी पूरी बुर पानी पानी हो गयी.
मैंने पूछा- फूल मूड में जान!
वह प्यारी सी हंसी देती हुई मेरी आंखों में वासना से देखने लगी थी.
बस फिर क्या था … मैंने लंड बाहर निकाला और उसे दिखाते हुए हिलाया.
वह लंड देख कर जरा सहम सी गई थी.
मैंने लंड पर तेल लगाया और उसे चूत पर ले गया.
मुझे लगा कि मेरे लौड़े में बहुत गर्मी है जल्दी माल न छूट न जाए.
फिर भी चूत पर लंड ले जाकर टिका दिया और उसकी कमर के नीचे तकिया रख कर आराम आराम से लौड़े को अन्दर पेलने की कोशिश करने लगा.
वह दर्द के मारे कराह रही थी.
मैंने कहा भी कि कुछ नहीं होगा.
मगर दर्द के मारे वह अपने दोनों हाथों की मुट्ठियां भींचे हुई थी.
लंड अन्दर नहीं जा पा रहा था.
मैंने जोर से धक्का लगा दिया.
वह पूरी ऊपर को उछल गयी और जोर से चिल्लाई- आह आह छोड़ो … उई मम्मी रे मर गयी.
मेरा लंड पूरा बुर में चला गया था.
मैं रुक गया.
कुछ देर फिर वह नार्मल हुई तो धक्के लगाना शुरू किए.
आह उह अहह … की मादक आवाजों के साथ अब उसे भी मजा आने लगा था.
उसे चोदते हुए मैं भी स्वर्ग के मजे लेने लगा.
ऐसे कुछ मिनट चुदाई के बाद मैं झड़ गया और रेणु के ऊपर ही निढाल हो गया.
कुछ देर बाद वह साफ सफाई करने वाशरूम में चली गयी.
अब पहली बार की चुदाई के होने के बाद हम दोनों नंगे ही थे.
मैंने पूछा- कैसा लगा जी, कहीं बहुत दर्द तो नहीं हुआ?
वह कुछ नहीं बोली.
मैंने कहा- कोई बात नहीं, पहली बार था. अब दर्द नहीं होगा. अब बस मजा आएगा.
उसने कहा- क्या फिर से?
मैंने कहा- अभी तो शुरूआत हुई है जान … रात तो अभी बाकी है.
अब बीवी की शर्म भी कुछ दूर हो चुकी थी. मैं उसे नंगी ही खड़े करके किस करने लगा.
वह भी बिंदास किस करने लगी.
मैंने उसका हाथ पकड़ा और लंड पर ले गया.
उसने लौड़े को जोर से पकड़ लिया.
मैंने कहा- कैसा है?
उसने कहा- बहुत गर्म और मोटा है.
मैंने कहा- लो न!
तो उसने कहा- ले तो लिया है.
मैंने कहा- मुँह में लो.
वह आंखें फाड़ देखने लगी और बोली- ये सब नहीं करना मुझे!
मैंने कहा- करो न प्लीज.
मैं बेड के किनारे बैठ गया और उसे नीचे बिठा दिया, अपना लंड उसके मुँह के पास ले गया.
वह न नुकर करने लगी.
फिर जीभ निकाल कर हल्के से सुपारे को चाट लिया.
उसी वक्त मैंने उसके मुँह को लौड़े पर दबा दिया और उसने लंड मुँह में ले लिया.
मुझे बहुत मजा आने लगा.
अब जोश और मजे में मैं उसका सिर हाथ से पकड़ उसका मुँह ही चोदने लगा.
वह भी मजे से लंड चूसने लगी.
ऐसा मजा मुझे चुदाई में भी नहीं आया था जितना उसके मुँह की चुदाई में आ रहा था.
कुछ देर लंड चूसने से मैं अब झड़ने वाला हो गया था, मैंने जल्दी से उसके मुँह से लंड निकाला और उसके मम्मों पर झड़ गया.
वह छी: छी: करने लगी और जल्दी से उठ कर वाशरूम में धोने चली गई.
मैं भी कुछ देर बाद वाशरूम में गया और देखा कि वह अपने दूध पानी से धो रही थी.
उसकी गांड का नजारा देख कर मेरा जोश फिर से चढ़ गया. उसकी पीछे नंगी चिकनी गांड दिख रही थी.
मैं जाकर उसकी गांड पर हाथ फेरते हुए मसलने लगा.
वह भी बोली- क्या पागल हो गए हो?
मैंने कहा- हां तुम्हें देख कर.
फिर वैसे ही मैं उसको झुका कर उसकी गांड चाटने लगा, गांड के छेद पर उंगली करने लगा.
वह झट से हट कर बेड पर चली गयी और बोली- बस अब!
मैं जोश में था तो कहा- लो न जान एक बार और … इस बार पीछे से करते हैं.
उसने कहा- नहीं, पीछे में नहीं!
मैंने कहा- अच्छा उधर नहीं डालूंगा.
तो उसने कहा- ठीक.
फिर उसे वैसे ही झुका कर घोड़ी बना दिया और लंड चूत पर रख धक्का दे दिया.
वह अहह करती हुई आगे को चली गयी.
फिर मैं उसकी बुर में लंड डाल चुदाई करने लगा.
मैंने उससे कहा- अब सीधी लेटो.
वह हां कह कर सीधी लेट गई.
मैंने उसकी दोनों टांगें ऊपर उठाईं और लंड बुर में डाल कर चुदाई करने लगा.
इस बार वह भी जोश में थी तो कहने लगी- चोद चोद साले … फाड़ डाल आज ही!
मैं भी पूरे जोश में अपनी बीवी को चोदे जा रहा था.
ऐसे ही वह ‘अहह मर गयी अहह जान अहह अहह …’ कहती हुई चुदाई जोर से करवाने लगी.
कुछ ही देर में वह झड़ गयी.
इस बार मैं फच फच उसे चोदे जा रहा था.
अब चोदते हुए ही मैं भी आने को हुआ और उसके अन्दर ही झड़ गया.
हम दोनों ऐसे ही सो गए.
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