देसी गर्लफ्रेंड न्यूड कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी सहेली के बॉयफ्रेंड के दोस्त से मिली तो उसने मुझे अपने प्यार के जाल में फंसा लिया और मौक़ा पाकर एक दिन मुझे घर बुला कर मेरी बुर फाड़ दी.
मेरी पहली कहानी
ब्वॉयफ्रेंड ने मेरी सीलपैक बुर को फाड़ दिया
आप पढ़ चुके हैं.
मैंने अपनी कहानी अपनी एक ख़ास सहेली को पढ़वाई तो वह भी कहानी लगी कि मैं उसकी कहानी भी भेजूँ.
मैं आज आप लोगों को अपनी ख़ास सहेली की लाईफ की सच्ची घटना बताने जा रही हूं जिससे उसकी पूरी दुनिया ही बदल गई।
तो आगे आप मेरी सहेली के शब्दों में ही कहानी पढ़ें. इससे आपको ज्यादा मजा आयेगा.
मेरे प्यारे दोस्तो,
देसी गर्लफ्रेंड न्यूड कहानी शुरू करने से पहले मैं आप सभी को अपने बारे में बता देती हूं।
मेरा नाम ज़कारिया है. मैं भी बिहार की रहने वाली हूं. मेरी उम्र 21 साल है. मेरा रंग गोरा, कद 4 फीट 11 इंच है.
मेरी चूचियों का आकार 32c कमर 28 और 34 की गांड है।
मैं एक मिडिल क्लास फैमिली से हूं। मेरे घर में अम्मी अब्बू और एक छोटा भाई है।
जायदा समय ना लेते हुए सीधी कहानी पर आती हूं।
यह वाकया आज से एक साल पहले का है तब मेरी उम्र 20 साल थी.
मैंने कॉलेज में न्यू एडमिशन ली थी.
उस दिन कॉलेज का पहला दिन था तो मैं थोड़ी घबरा रही थी।
कॉलेज आने पर सबका एक दूसरे से परिचय हुआ. मेरी काफी सारे दोस्त भी बन गए.
उन सभी में एक ज्योति नाम की लड़की थी जिससे मेरी काफी ज्यादा बनती थी और वो मेरी बेस्टफ्रेंड बन गई।
हम दोनों एक दूसरे अपनी सारी बातें शेयर करने लगी. जिससे मुझे पता चला कि उसका एक बॉयफ्रेंड भी है।
कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा.
फिर एक दिन ज्योति ने मुझे बताया कि उसका प्रेमी उससे मिलना चाहता है और वह अकेले जाने में डर रही थी तो वह मुझे साथ चलने को बोली।
पहले तो मैंने साफ मना कर दिया लेकिन उसके बहुत मनाने पर मैं मान गई।
शनिवार की शाम को जाना था तो मैं सोच रही थी कि घर में क्या बोलूंगी,.
तो यह परेशानी ज्योति ने मेरे घर फोन करके दूर कर दी.
उसने मेरी मां को कहा- कल शाम को मेरे घर में बर्थडे पार्टी है तो ज़कारिया को आना है.
इस पर अम्मी ने भी हामी भर दी।
शनिवार की शाम मैंने नीले रंग की टीशर्ट और काली टाईट जीन्स पहनी और उसके अंदर गुलाबी ब्रा पैंटी पहनी. फिर थोड़ा सा मेकअप किया और बालों को खुला रखा।
मैं तैयार होकर ज्योति की बताई जगह पर पहुंची.
तो वहाँ ज्योति पहले से मेरा इंतजार कर रही थी.
हम दोनों एक रिक्शा में बैठ कर उसके प्रेमी के बताई हुई जगह पर पहुंच गयी।
ज्योति ने उसको कॉल किया तो वह हमें लेने के आया और हम दोनों उसके साथ एक फ्लैट के अंदर गयी जो उसके एक दोस्त का था. और उसकी फेमिली कुछ दिनों के लिए गांव गई हुई थी।
जब हम अंदर आए तो वहां एक लड़का और था जो उसका दोस्त था उसका नाम सम्बित था. वह देखने में काफी स्मार्ट था।
अंदर आने पर हमारा स्वागत हुआ.
कुछ देर इधर उधर की बातें हुई, स्नेक्स और कोल्डड्रिंक पीने के बाद गौतम (ज्योति का बॉयफ्रेंड) ज्योति को अपने साथ एक रूम में ले गया।
अब हाल मैं सिर्फ मैं और सम्बित ही थे तो हम आपस में बात करने लगे.
बात करते करते हम दोनों एक दूसरे के दोस्त बन गए और हमने एक दूसरे का नंबर भी एक्सचेंज किए।
करीब एक घंटे बाद ज्योति और गौतम बाहर आए ज्योति की हालत खराब थी उससे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था.
खैर हम दोनों घर आए और मैं सोने चली गई.
लेकिन मेरे दिमाग में सिर्फ यह चल रहा था कि उन दोनों के बीच क्या क्या हुआ होगा।
तभी सम्बित का मैसेज आया और हमारी चैटिंग शुरू हो गई.
कुछ दिन तक तो सिर्फ नॉर्मल बात हुई.
फिर एक दिन उसने मुझे परपोज किया.
तो मैं उसे ना नहीं कह सकी क्योंकि कहीं ना कहीं मैं भी उससे प्यार करने लगी थी तो मैंने उसे हां कर दी।
मेरे हाँ करते ही उसने वीडियो कॉल की.
तो मैंने काल काट दी.
उसने दुबारा कॉल की तो इस बार मैंने काल रिसीव कर ली.
कुछ देर नार्मल बात हुईं, उसके बाद उसने मुझसे मेरे शरीर के साइज के बारे में पूछा.
पहले तो मैंने शर्मा कर कुछ भी बताने से मना कर दिया पर फिर उसके जिद करने पर बता दिया।
फिर उसने मेरी ब्रा पैंटी का रंग और डिजाइन के बारे में पूछा.
तो मैंने बता दिया कि मैंने काले रंग की ब्रा पेंटी पहनी हुई है.
फिर उसने मुझे सिर्फ ब्रा पैंटी में होने को कहा.
तो मैं मना करने लगी.
पर उसने अपने प्यार का वास्ता देकर मुझे मना लिया.
और अब मैं सिर्फ काले रंग की ब्रा पैंटी में थी.
तभी उसने मेरे शरीर के हर अंग की तारीफ शुरू कर दी और चुम्मियां देने लगा.
उसकी बातों से मैं भी गर्म होने लगी और आहें भरने लगी.
मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरी उंगली मेरी पैंटी के अंदर जाकर मेरी बुर को सहलाने लगी और मेरी बुर ने पानी छोड़ दिया.
यह सेक्स चैट मेरे सेक्स जीवन का पहला अनुभव ठा.
उसके बाद हम हर रोज सैक्स चैट करने लगे.
मैं पूरी नंगी होकर अपना जिस्म दिखा देती थी.
वह भी नंगा होकर अपने लौड़े को हिलाता।
धीरे धीरे हम दोनों की तड़प बढ़ती गई और अब मेरी बुर को किसी लौड़े की जरूरत थी।
बस इंतजार थी किसी मौके का!
और मौका जल्द ही मिल गया।
सम्बित की रिश्तेदारी में किसी की शादी थी जिसमें उसका पूरा परिवार जा रहा था.
पर वह किसी बहाने से रुक गया.
और परिवार जनों के जाते ही उसने मुझे कॉल करके आने को कहा.
तो मैं कॉलेज बंक करके उसके फ्लैट में आ गई और डोरबेल बजाई.
उसने दरवाजा खोला और मुझे अंदर खींच के कस के सीने से लगा लिया.
जिससे मेरी चूचियां उसके सीने से दब गई।
फिर उसने दरवाजा बंद करके मुझे गोद में उठा कर हाल तक लाया और मुझे किस करने लगा.
‘उऊऊ उम्म ऊऊऊं मा’
पांच मिनट किस करने के बाद हम अलग हुए.
फिर उसने मुझे एक पैकट दिया और कहा- जाओ इसे पहन के आ जाओ. तब तक मैं कुछ खाने पीने के लिए लाता हूं.
मैंने बेडरूम में जाकर पैकट खोला तो उसमें काले रंग की नेट वाली ब्रा पैंटी और एक घुटनों के ऊपर तक की नाईटी थी.
मैं कपड़े चेंज करके हाल में आई तो वहां पिज्जा और शराब की बोतल और दो ग्लास थे.
मेरे आने पर उसने मेरी तारीफ की और कुछ फोटो खींचे.
फिर उसने मुझे अपनी गोद में बिठाया और शराब पीने को कहा.
मैं मना कर रही थी लेकिन उसके बार बार बोलने पर पी गई.
फिर उसने म्यूजिक चलाया और हम दोनों डांस करने लगे.
हम एक दूसरे से काफी चिपक के डांस कर रहे थे और बीच बीच में एक दूसरे को चूम रहे थे.
फिर उसने कैमरा में रिकॉर्डिंग ऑन करके टेबल पर रखा और मेरे साथ डांस करने लगा.
डांस करते करते उसने मेरे होंठों को चूसना शुरु कर दिया और मेरी पीठ को सहलाने लगा.
मैं भी उसका साथ दे रही थी।
वह मेरी पीठ से हाथ सहलाता हुआ मेरी गांड पर आया और मेरी गांड जोर जोर से दबाने लगा.
फिर उसने मुझे पीछे की तरफ मोड़ दिया जिससे उसका लौड़ा मेरी गांड को रगड़ रहा था. उसके होंठ मेरी गर्दन पर और उसके दोनों हाथ मेरी चूचियों को मसल रहे थे।
मैं पूरी तरह गर्म हो चुकी थी और आहें भर रही थी- ऊऊऊ ऊफ येस्स सआआ आह्ह ह धीरे से दबाओ दर्द हो रहा है.
ऐसी आवाजें निकाल रही थी मैं!
फिर उसने मेरी नाईटी निकाल दी.
अब मैं सिर्फ ब्रा पैंटी में थी.
उसके हाथ मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरी चूचियों को रगड़ रहे थे.
फिर उसने अपने सारे कपड़े उतार दिये.
वह अब सिर्फ चड्डी में था.
फिर उसने मुझे नीचे बैठने को कहा.
मैं बैठ गई.
उसने चड्डी की तरफ इशारा किया तो मैंने चड्डी को नीचे कर दिया और उसके लौड़े को सहलाने लगी.
तब उसने मुझे लंड मुंह में लेने को कहा.
मैंने मना किया.
लेकिन उसके थोड़ा जोर देने पर मैंने अपने मुंह में लंड ले लिया.
मुझे अजीब सा लगा तो मैं बाहर निकालने लगी.
पर सम्बित ने पीछे से मेरा सिर पकड़ के लन्ड पर दबा दिया और लोड़े को आगे पीछे करने लगा.
थोड़ी देर में मुझे मजा आने लगा और मैं पूरा लौड़ा मुंह के अंदर लेकर चूसने लगी.
तब सम्बित ने मुझे उठाया और सोफे पर बिठा कर मेरी टांगों के बीच आकर बैठ गया, मेरी पैंटी के ऊपर से ही मेरी बुर को चाटने लगा और मेरी चूचियों को दबाने लगा.
फिर उसने मेरी पैंटी उतार के फेंक दिया और मेरी बुर में अपनी जीभ डाल कर चाटने चूसने लगा.
कुछ देर मेरी बुर चाटने के बाद मेरे ऊपर आया और मेरी ब्रा को खोल कर फेंक दी और एक चूची को मुंह में भरकर दूसरे को दबाने लगा और मेरी बुर पर अपना लोड़ा रगड़ रहा था।
उसकी इस हरकत से मेरे पूरी शरीर में आग भड़क उठी थी.
अब मुझसे और नहीं रहा जा रहा था.
मेरी इस बैचैनी को सम्बित भी समझ चुका था.
उसने अपना लोड़ा मेरी बुर पर सेट करके एक झटका लगाया तो लोड़ा फिसल के आगे हो गया.
फिर उसने एक तकिया मेरी गांड के नीचे रखा और फिर लोड़ा मेरी बुर पर सेट करके एक झटका लगाया.
इस बार उसका सुपारा मेरी बुर के अंदर था और मेरी चीख निकल गई.
उसने तुरंत मेरे मुंह पर हाथ रख के मुंह बंद किया और थोड़ा ऊपर की तरफ आया और मेरे होंठों को चूसने लगा.
वह मेरी चूचियों को दबाने लगा.
जब मैं थोड़ी शांत हुई तो उसने एक जोर का धक्का दिया जिससे उसका आधे से ज्यादा लौड़ा मेरी बुर के अंदर था और मेरी बुर में बहुत दर्द हो रहा था मानो किसी ने मोटा रॉड डाल दिया हो.
लेकिन इस बार मेरी चीख होंठों में दबकर रह गई.
फिर एक और झटके ने तो मेरी जान ही निकल दी.
अब सम्बित का पूरा लौड़ा मेरी बुर के अंदर था.
वो थोड़ी देर शांत रहा और मेरे होंठों को चूसता रहा और चूचियों को सहलाता रहा.
जब मेरा दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैं अपनी गांड उछालने लगी.
सम्बित को समझते देर ना लगी, वह अपना लोड़ा धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा जिससे मुझे भी मजा आ रहा था.
धीरे धीरे उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी और हचक के चोदने लगा.
मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी, अपनी गांड उठा उठा कर पूरा लौड़ा अपनी बुर में ले रही थी.
करीब बीस मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद उसने अपना सारा वीर्य मेरी बुर में ही निकाल दिया.
इस चुदाई के दौरान मैं झड़ चुकी थी।
चुदाई के बाद वो मेरे ऊपर लेट गया और मुझे चूम कर कहा- मजा आ गया आज तो!
और मेरे होंठों को चूम कर अलग हुआ.
उसने अब मुझे अपनी बुर को साफ करके आने को कहा.
जब मैं उठी तो मेरी बुर से सम्बित की वीर्य खून के साथ मेरी बुर से बह रहा था.
और चादर पर बहुत सारा खून लगा देख मैं डर से सम्बित की तरफ देखने लगी.
तो उसने कहा- पहली बार में होता है।
फिर मैं अपनी बुर साफ करके आई और अपने कपड़े पहन के घर वापस आ गई.
मैं ठीक से चल भी नहीं पा रही थी।
दूसरे दिन सम्बित ने मुझे फिर बुलाया.
जब मैं वहां गई तो वहां एक और लड़का था जो मुझे देख कर मुस्कुरा रहा था.
सम्बित ने हम दोनों का परिचय कराया तो मुझे पता चला कि यह उसका दोस्त वसीम है.
उसके बाद सम्बित ने मुझे जो कहा, वह सुन कर तो मेरे पैरों टेल की जमीन सरक गई.
उसने मुझसे कहा- आज हम दोनों तुम्हें एक साथ चोदेंगे.
मेरे मना करने पर उसने मुझे पैसों का लालच दिया.
मैंने उसे काफी मना किया पर वो नहीं माना और मैं भी लालच में आकर उसकी बात मान गई.
उसने अपनी देसी गर्लफ्रेंड न्यूड करके अपने दोस्त के सामने पेश किया.
फिर उन दोनों ने मुझे दो बार जम कर चोदा।
इसी तरह सम्बित मुझे अपने दोस्तों से चुदवाने लगा और बदले में मुझे बहुत सारे पैसे देता था.
और मुझे भी अब नए नए लौड़े से चुदवाने में बहुत मजा आता है।
तो दोस्तो, यह थी मेरी ज़िंदगी का वह सच जिससे मेरी ज़िंदगी ही बदल गई.
उम्मीद करती हूं कि आप सभी को मेरी देसी गर्लफ्रेंड न्यूड कहानी अच्छी लगेगी।