वाइफ सिस्टर Xxx कहानी मेरी कुंवारी सेक्सी साली की चूत चुदाई की है. मैं एक बार बीवी के साथ ससुराल गया तो मेरा मन साली की चूत लेने का था. मैंने अपनी बीवी को मदद करने को कहा.
मेरा नाम राकेश है और मैं मुंबई में रहता हूँ.
यह सेक्स कहानी मेरी और मेरी साली प्रिया की है.
ये नाम बदले हुए हैं.
प्रिया दिखने में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है. उसका फिगर 32-28-36 का है.
उसकी हाइट लगभग 5 फुट 2 इंच की रही होगी.
उसका गोरा रंग और भूरी आंखें देख कर किसी का भी मन मचल उठेगा. उसकी उभरी हुई गांड देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है.
यह वाइफ सिस्टर Xxx कहानी उस वक़्त की है जब मेरी बीवी को अपने पीहर जाना था और मैं अपनी बीवी को छोड़ने के लिए अपने ससुराल गया था.
मेरी साली बहुत मजाकिया किस्म की थी, वह हमेशा मुझसे मज़ाक मस्ती करती थी.
मैं भी उससे मस्ती करता पर मैंने कभी उसको वासना की नजर से नहीं देखा था.
दो दिन बाद मुझे वापस मुंबई आना था तो मैंने टिकट बुक कर ली.
चूंकि मुझे दो दिन बाद जाना था इसलिए मैंने अपनी बीवी से कहा- चलो, आज शाम कहीं घूम आते हैं.
मेरी बीवी ने कहा- मेरे पेट में दर्द है, मैं नहीं आ सकती. आप अपनी साली साहिबा के साथ चले जाएं.
मैंने कहा- ठीक है.
मैं शाम की प्लानिंग करने लगा.
इतने में मेरी साली वहां आई.
मैंने उससे कहा- मुझे कहीं घूमने जाने का मन है. क्या तुम मुझे ले चलोगी?
उसने मज़ाक में कहा- आप कहो तो मैं आपके साथ कहीं भी चल सकती हूँ. आप तो बस ये बोलो कि जाना कहां है?
मैंने कहा- मुझे तो तुम्हारे यहां का कुछ पता नहीं है, तो तुम ही बताओ कि कहां चला जाए.
वह चुप होकर कुछ सोचने लगी.
मैंने कहा कि कोई ऐसी जगह चूज करना, जहां नाइट आउट भी की जा सके.
कोमल ने कहा- नाइट आउट मत कीजिए, बस कुछ देर घूम आओ.
मैंने उदास होते हुए कहा- ठीक है.
फिर मैं और प्रिया जाने लगे.
मैंने ससुर जी की बाइक निकाली और हम चले गए.
सबसे पहले हम दोनों एक गार्डन में गए. जहां का मौसम बहुत अच्छा था और ठंडा था.
हम लोग बगीचा में घूमने लगे.
तभी मैंने देखा की झाड़ी के पीछे कुछ हलचल हो रही है.
मैंने सोचा हवा से हो रहा होगा. मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया.
हम दोनों बातें करते हुए टहलने लगे.
मेरी साली ने भी उस झाड़ी में देख लिया था, तो उसने बताया.
मैंने कहा- हवा से हो रहा होगा.
उसने हंस कर कहा कि वहां झाड़ी में हलचल हवा की वजह से नहीं, रोमांस की वजह से हो रही थी.
मैं चुप हो गया.
कुछ देर बाद हम दोनों घर चले आए.
घर आकर हम दोनों ने खाना खाया और सोने की तैयारी करने लगे.
मेरे ससुरजी का घर ज़्यादा बड़ा नहीं था, एक रूम और किचन था बस.
मैं और मेरी बीवी कोमल हॉल में सोने लगे और प्रिया किचन में सोने चली गयी.
मेरे सास और ससुर बाहर आंगन में ही सोते थे. सब लोग सो गए.
मैंने कोमल को किस करना आरम्भ कर दिया.
कोमल भी मुझे किस करने लगी.
हम दोनों कुछ मिनट तक चूमा चाटी करते रहे.
मैंने देखा कि कोमल मेरे लंड को सहला रही थी.
मैं भी कोमल के चूचे दबाने लगा.
धीरे धीरे कोमल की सांसें तेज होने लगीं.
मेरा लंड भी खड़ा होने लगा.
मैंने झट से अपनी पैंट उतारी और कोमल को लंड चूसने के लिए बोला.
कोमल ने वैसा ही किया.
वह मेरे लंड को चूस और सहला रही थी.
करीब दस मिनट बाद मेरा पानी छूट गया और कोमल ने सारा पानी पी लिया.
हम दोनों ने फिर से किस करना शुरू कर दिया और मैंने कोमल का नाइट सूट उतार दिया.
मैंने देखा कि कोमल ने अन्दर कुछ भी नहीं पहना था.
नाइट सूट उतरते ही वह पूरी नंगी हो गयी थी.
मैं उसके बदन को चूमने और चाटने लगा.
तब मैं उसकी चूत पर आया और उसकी चूत चाटने लगा.
जैसे ही मैंने अपना मुँह उसकी चूत पर रखा, उसने मेरे सर पकड़ लिया और चूत पर दबाने लगी.
मैं भी मस्ती में आ गया और जोर जोर से उसकी चूत चाटने लगा.
वह कामुक सिसकारियां लेने लगी और मादक आवाज करने लगी- अयाह … आह … उम्म्म … बहुत मज़ा आ रहा है मेरी जान … ऐसे ही करो!
करीब 10 मिनट बाद वह भी झड़ गयी और मैंने उसकी चूत का सारा पानी पी लिया.
हम दोनों किस करने लगे.
थोड़ी ही देर बाद मेरे लंड ने फिर से सलामी देना शुरू कर दिया और मैं कोमल के ऊपर चढ़ गया, उसके बूब्स चूसने लगा.
कोमल भी गर्म हो चुकी थी और उसने अपनी गांड हिलाना शुरू कर दिया.
मैंने देर ना करते हुए अपने लंड को कोमल की चूत पर सैट किया और एक जोरदार झटका दे मारा.
मेरा लंड फिसल गया और चूत के ऊपर चला गया, जिससे कोमल को दर्द हुआ और वह चिल्ला पड़ी.
मैंने तुरंत अपने हाथ से उसका मुँह बंद कर दिया और फिर से लंड सैट करके धक्का दे दिया.
अबकी बार आधा लंड अन्दर चला गया.
मैंने एक और झटका मारा, तो पूरा लंड अन्दर चला गया.
इससे कोमल की चीख निकल गयी.
मैंने ध्यान नहीं दिया और कोमल को चोदने लगा.
अब कोमल को भी मज़ा आ रहा था.
वह गांड उछाल उछाल कर चुदने लगी और मादक आवाजें निकालने लगी.
तभी मैंने देखा कि मेरी साली ये सब देख रही थी.
मैं उसे अनदेखा करते हुए कोमल को झटके देने लगा.
काफी देर बाद मेरा पानी छूटने को हुआ.
इस बीच कोमल भी झड़ चुकी थी.
मैंने तेज तेज धक्के मारे जिससे कोमल का शरीर अकड़ने लगा.
मैं समझ गया कि वह भी झड़ने वाली है.
मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी और कुछ ही धक्कों के बाद हम दोनों साथ में झड़ गए.
उसी समय मेरी आंखें प्रिया से लड़ गईं.
मैं हल्का सा मुस्कुरा दिया.
फिर झड़ने के साथ ही हम दोनों एक दूसरे से लिपट कर सो गए.
प्रिया भी अन्दर चली गयी.
अब हम दोनों 69 के पोज में आ गए और मैंने अपना लंड कोमल के मुँह में दे दिया. मैं उसकी चूत चाट कर साफ करने लगा.
हम दोनों ने एक दूसरे को साफ किया और सो गए.
अगली सुबह मैंने प्रिया को देखा तो वह शर्मा कर भाग गयी.
उसने आज शर्म की वजह से मुझसे ठीक से बात भी नहीं की.
फिर मैं नहाने के लिए बाथरूम में चला गया.
जैसे ही मैं बाथरूम में गया, मैं दंग रह गया क्योंकि वहां प्रिया थी और वह नहा रही थी.
मैंने जैसे ही प्रिया को देखा, मेरे तो होश उड़ गए. उसके गोरे गोरे दूध और उसकी चिकनी चूत देखकर एकदम से मैं बौखला गया था.
मैं बाथरूम से बाहर आ गया, पर मेरी आंखों में प्रिया की ही तस्वीर छप गयी थी.
मैं यही सोच रहा था कि अब उसको कैसे चोद सकता हूँ.
तभी प्रिया नहाकार बाहर आई और गुस्से से मेरी तरफ देख कर बोली- क्या जीजू, आप नॉक करके नहीं आ सकते थे?
मैंने सॉरी कहा और वहां से बाहर चला गया.
फिर दोपहर में आते वक्त मैंने प्रिया और कोमल के लिए डेयरी मिल्क ले ली और घर आ गया.
मैंने कोमल को सुबह का सारा मामला बताया तो वह बोली- कोई बात नहीं, मैं प्रिया को समझा दूँगी.
उसने प्रिया को आवाज लगाई.
प्रिया आई और कोमल ने प्रिया से कहा- ले, डेयरी मिल्क खा ले. तेरे जीजू लाए हैं.
पर प्रिया ने मुँह बना दिया.
फिर कोमल ने उसे समझाया- तेरे जीजू ने ही तो तुझे देखा है … और फिर साली तो आधी घरवाली होती है.
कुछ देर समझाने के बाद वह मान गयी और वहां से चली गयी.
मैं कोमल से बात करने लगा.
मैंने कोमल से कहा- मुझे प्रिया के साथ सेक्स करना है.
अब कोमल गुस्सा हो गयी पर मेरे मनाने से वह मान गयी.
उसने कहा- मैं कुछ मदद नहीं करूँगी. तुम्हीं उसको पटाओ और जो करना है करो.
मैंने प्रिया को आवाज दे दी.
वह आई और मैंने उससे कहा- आज हम लोग मूवी देखने चलते हैं.
पहले तो वह मना करने लगी पर कोमल के कहने पर वह मान गयी.
शाम को हम दोनों मूवी देखने चले गए.
मैंने जानबूझ कर रोमांटिक मूवी की टिकेट्स बुक करवाई थीं.
हम लोग थियेटर में गए और मूवी शुरू हो गयी.
सामने रोमांटिक सीन चल रहा था, तभी मैंने अपना हाथ प्रिया के कंधे पर रखा और मूवी देखने लगा.
प्रिया ने कुछ नहीं कहा, जिससे मेरी हिम्मत और बढ़ गयी.
फिर में धीरे धीरे अपने हाथ को उसके चूचों पर ले गया.
वह अभी भी कुछ नहीं बोली.
मैं धीरे धीरे उसके चूचे दबाने लगा तो उसने मेरी तरफ देखा.
मैंने हाथ हटा लिया.
इंटरवल में सब लोग बाहर चले गए और हम वहीं बैठे रहे.
तभी प्रिया ने कहा- जीजू मैंने कल रात आपको सेक्स करते हुए देख लिया था, तभी से मेरी चूत में खुजली हो रही है. पर मैं डर के मारे आपसे कुछ नहीं कह पाई और सीधी बनने की एक्टिंग करने लगी. आज बाथरूम का दरवाज़ा जानबूझ कर मैंने ही खुला छोड़ा था.
मैं ये सब सुनकर शॉक हो गया.
तभी मूवी फिर से शुरू हो गई.
सब लोग आ गए और हॉल की लाइट्स बंद होते ही मैंने प्रिया के बूब्स दबाने शुरू कर दिए.
इस बार वह भी साथ देने लगी. उसने मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ लिया.
मैंने उससे लंड चूसने को कहा तो उसने मना कर दिया और लंड को पैंट से निकालने लगी.
मैंने भी उसके टॉप में हाथ डाल दिया और चूचे मसलने लगा.
एक बार मैंने जोर से दबा दिया, तो उसकी दर्द भरी आवाज निकल गयी.
उसने मेरे कान में कहा- जीजू धीरे करो ना … मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ.
कुछ देर बाद मूवी खत्म हो गई.
हम दोनों घर आ गए और डिनर के बाद सोने चले गए.
मैंने कोमल से कहा कि मैं आज प्रिया के साथ सोने वाला हूँ.
उसने कहा- आपका हो जाने के बाद वापस आ जाना.
मैंने कहा- ठीक है.
मैं किचन में चला गया.
प्रिया ने कहा- जीजू, दीदी को सो जाने दीजिए, फिर आना.
मैंने प्रिया से झूठ बोल दिया कि कोमल सो चुकी है.
अब वाइफ सिस्टर Xxx का मजा आने वाला था.
मैंने प्रिया को किस करना शुरू कर दिया.
हम दोनों एक दूसरे को किस कर रहे थे.
तभी मैंने प्रिया के टॉप को निकाल दिया वह शर्माने लगी.
मैंने कहा- मुझसे कैसा शर्माना. मैंने तो तुम्हारा सब कुछ देख लिया है.
उसने कहा- फिर भी मुझे शर्म आ रही है और डर भी लग रहा है.
मैंने पूछा- कैसा डर?
उसने कहा- कहीं दीदी जाग गईं, तो गड़बड़ हो जाएगी?
मैंने कहा- वह नहीं जागेगी. गहरी नींद में सो गयी है.
हम दोनों किस करने लगे.
एक हाथ से मैं अपनी साली की चूत को सहला रहा था.
मैं सिर्फ़ तौलिया में था, जिससे मेरा लंड उसके हाथ में आ गया.
वह गर्म हो गयी और मेरा लंड पकड़ कर हिलाने लगी.
फिर मैंने उसकी पैंट उतारी और उसे बिस्तर पर लिटा दिया.
मैं उसके बदन को चूमने लगा, जिससे वह बहुत ज़्यादा गर्म हो गयी.
मैंने उसकी ब्रा उतारी और उसके चूचे चूसने लगा.
उसका यह पहला सेक्स था इसलिए उसको बहुत मज़ा आने लगा.
उसके गोरे गोरे और चिकने चूचे मुझे पागल कर रहे थे.
मैंने एक हाथ से एक चूचे को दबाया और दूसरे को मुँह में भर लिया.
अब मैंने धीरे से उसकी पैंटी उतारी, तो वह अपनी चूत को हाथों से छुपाने लगी.
मैंने उसके हाथ को झटके से हटा दिया और देखा कि उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो गयी थी.
मैं उसकी चूत को चाटने लगा.
वह पागल सी हो गयी और जोर जोर से सिसकारी लेने लगी- अया … आआह … जीजू बहुत मज़ा आ रहा है … उम्म!
मैं कभी उसकी चूत को चाटता तो कभी उसकी चूत में अपनी ज़ुबान घुसा देता तो कभी उसकी चूत के दाने को काट लेता.
वह जल्दी ही झड़ गयी और मैंने उसका पूरा पानी पी लिया.
क्या मस्त पानी था उसकी चूत का … आह.
फिर मैंने ऐसे ही चूत चाटना जारी रखा.
कुछ ही देर में वह फिर से गर्म हो गयी और बोली- जीजू, प्लीज अब और मत तड़पाओ … जल्दी से चोद दो अपनी प्यारी साली को … फाड़ दो आज मेरी चूत को!
मैं समझ गया कि लोहा गर्म हो चुका है बस हथौड़ा मारने में ज़्यादा देर नहीं करनी चाहिए.
उसकी चूत पूरी चिकनी हो गयी थी.
मैंने उसके पैर ऊपर उठाए और उसकी गांड के नीचे तकिया रख दिया.
अपने लंड को उसकी चूत में सैट किया और एक धक्का दे मारा.
अभी मेरे लंड का टोपा ही अन्दर गया था कि प्रिया चिल्लाने लगी- आंह जीजू … निकालो इसको … मैं मर जाऊंगी.
मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और उसका मुँह बंद करके एक और जोरदार धक्का दे मारा.
इस बार मेरा आधा लंड चूत के अन्दर चला गया.
मैंने देखा कि प्रिया की आंखों में आंसू आ गए और वह चिल्लाने लगी.
मैं कुछ देर रुक गया और उसके चूचे चूसने लगा, जिससे उसका ध्यान हट गया और वह शांत हो गई.
जैसे ही मैंने देखा कि अब वह सामान्य हो गयी है, तो मैंने फिर से एक जोरदार झटका दे मारा. मेरा पूरा लंड चूत में घुसता चला गया.
अब वह फिर से चिल्लाने लगी और अपने आपको छुड़ाने की नाकाम कोशिश करने लगी.
मैं लंड पेल कर रुका रहा और उसे किस करने लगा.
मैंने देखा कि उसकी चूत से खून आ रहा है तो मैं थोड़ी देर ऐसे ही किस करता रहा और उसके चुचे दबाने लगा.
इससे उसका ध्यान हट गया और कुछ देर बाद वह नॉर्मल हो गई.
उसकी गांड हिलने लगी, तो मैं समझ गया और धक्के देने लगा.
कुछ देर बाद मैंने पोजीशन चेंज की और उसको डॉगी बनने के लिए बोला.
उसने वैसा ही किया.
मैं पीछे से उसकी चूत में लंड डालने लगा.
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ने को हुआ.
उसकी चूत बहुत टाइट थी जिससे मेरा पानी जल्दी ही आ गया.
मैंने जल्दी जल्दी झटके मारने शुरू कर दिए.
करीब 10-12 झटकों के बाद मैंने अपना पानी उसकी गांड पर छोड़ दिया और हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर सो गए.
करीब रात के 4 बजे मैं अपनी बीवी के पास चला गया और अगले दिन मुंबई आ गया.