Xxx ककोल्ड वाइफ स्टोरी में एक दिन मैं काम से घर लौटते समय रास्ते में दारू लिये मेरा दोस्त मिला। हमारा पीने का प्लान बन गया। उसकी नजर मेरी बीवी के जिस्म पर थी।
दोस्तो, कैसे हो आप लोग!
मेरा नाम संजय है और मेरी बीवी का नाम चंदा है.
जैसा नाम है उसका … वैसी दिखती भी है, फिगर 38 30 44 है, एकदम सीधी साधी गऊ की तरह।
और उसकी उम्र 35 वर्ष है।
मैं एक बहुत बड़ी कंपनी में नौकरी करता हूं और मेरी कंपनी तीन शिफ्ट में काम करती है।
आपको मैं अपनी अपने जीवन की बहुत बड़ी घटना बताने जा रहा हूं जिसमें मैंने अपने बीवी की चुदाई खुद ही किसी और से करवा दी।
तो सीधे Xxx ककोल्ड वाइफ स्टोरी पर आता हूं।
एक बार की बात है कि मेरी नाइट शिफ्ट थी। तो मैं शाम को घर से ड्यूटी के लिए निकला।
कंपनी में पहुंचने के बाद मुझे यह अहसास हुआ कि मुझे ठंड लगने के कारण खांसी हो रही है।
जब मेरी तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी तो मैंने अपने मैनेजर को सारी बात बताई।
उसने मुझे घर जाने के लिए कह दिया।
मैं गेट पास बनवाकर घर के लिए रवाना हो गया।
अभी घर के पास पहुंचा ही था कि मेरा दोस्त मुझसे टकरा गया।
मैं उसे यादव जी कहता था।
मैंने पूछा- अरे कहां से भाई यादव जी?
वो बोले- अरे यार तेरी भाभी को गाँव छोड़ने गया था, बस लौट ही रहा हूं।
मैंने कहा- और ये हाथ में क्या है?
दारू की बोतल दिखाते हुए उसने कहा- अरे यार, बहुत थक गया हूं, सोचा दो पैग लगा कर सो जाऊंगा तो थकान उतर जाएगी। लेकिन तुम कहां?
मैंने कहा- मैं भी ड्यूटी गया था लेकिन तबीयत खराब हो गई तो जल्दी छुट्टी लेकर वापस आया हूं।
वो बोला- चल मैं तुझे घर छोड़ते हुए निकल जाता हूं।
फिर हम चल पड़े।
घर पहुंचने पर मैंने कुंडी खड़खड़ाई।
आवाज मारी तो मैडम जी ने दरवाजा खोला।
साथ में दोस्त को देख कर थोड़ा घबरा गई।
बोली- क्या हुआ, आप तो ड्यूटी गये थे?
मैंने कहा- मैडम जी तबीयत खराब हो गयी थी, इसलिए वापस लौट आया, रास्ते में यादव जी मिल गये और मुझे घर तक छोड़ने आ गए।
दोस्त अब वापस जाने लगा तो मैंने कहा- अरे भाई, दवा तो पिलाते जाओ?
वह मुस्करा दिया और फिर मेरे साथ ही अंदर आ गया।
अंदर आकर उसने दारू की बोतल टेबल पर रख दी।
मेरी बीवी किचन में गई और दो गिलास, और नमकीन रख कर चली गई।
जाते हुए मैंने नोटिस किया कि दोस्त बड़े गौर से मेरी बीवी की मटकती हुई गांड को देख रहा था।
फिर उसने मेरी बीवी को आवाज दी- अरे भाभी … जरा पानी भी दे दो।
मेरी बीवी पानी रखने आई तो वो उसकी चूचियों को घूर रहा था।
फिर सारा काम खत्म करके मेरी बीवी सोने के लिए जाने लगी।
मैंने देखा कि वो भी मेरे दोस्त को घूरकर देख रही थी।
फिर हम लोग अपनी बातों में मशगूल हो गए।
पीने-पिलाने का दौर शुरू हो गया।
मुझे नशा होने लगा।
लेकिन इतना नहीं कि मैं यादव जी की मंशा को समझ नहीं सकता था।
मुझे पता था कि वो मेरी बीवी की चुदाई करने के चक्करों में है।
मैं देख रहा था कि वो अपने पैग हल्के बना रहा था जबकि मेरे पैग भारी बना रहा था ताकि मुझे ज्यादा से ज्यादा नशा हो जाए।
मैंने भी वैसा ही नाटक किया जैसा वो चाह रहा था।
नशे का नाटक करते हुए मैं वहीं सोफे पर बेहोश हो गया।
जब मैं पूरी तरह से नशे में धुत्त होकर पड़ा था तो उसने मुझे आवाज दी।
उसने मुझे हिलाकर डुलाकर देखा लेकिन मैं उठा नहीं।
अब मैं इंतजार कर रहा था कि ये आगे क्या करने वाला है।
फिर वह उठा और मेरी बीवी के कमरे की तरफ बढ़ने लगा।
उसके अंदर चले जाने के बाद पीछे-पीछे मैं भी उठकर चला गया।
कमरे में ज्यादा रोशनी नहीं थी; एक छोटी लाइट जल रही थी।
मैंने बाहर से खड़े होकर देखा कि मेरा दोस्त बेड पर सोई हुई मेरी बीवी को घूर रहा था।
वह पैंट के ऊपर से ही अपने लंड को सहला रहा था।
मेरी बीवी ने नाइटी पहनी हुई थी जो उसके घुटनों तक ऊपर उठ गई थी; उसकी आधी नंगी टांगें दिख रही थीं।
फिर मेरा दोस्त यादव धीरे से बिना कोई हलचल किए मेरी बीवी की टांगों के पास जा बैठा।
उसने बीवी की जांघों को सहलाना शुरू कर दिया।
मेरी बीवी नींद में थी।
दोस्त ने अब बीवी की नाइटी को ऊपर उठाना शुरू कर दिया और उठाते उठाते उसे चूत से भी ऊपर ले जाकर पेट पर रख दिया।
अब मेरी बीवी की नंगी चूत उसके सामने थी।
उठी हुई नाइटी और नीचे से दोनों नंगी टांगें खुली पड़ी हुईं और साफ दिख रही चूत … ये नजारा देखकर तो उससे रुका ही नहीं गया।
वह मेरी बीवी की चूत पर हाथ फेरने लगा।
मेरी बीवी कसमसाने लगी और उसने टांगें घुटनों तक मोड़ लीं और चूत मेरे दोस्त के सामने खोल दी।
शायद नींद में वो समझ रही थी कि उसका पति ही है जो उसकी चूत को सहला रहा है।
अब उसकी चूत की फांकें साफ दिख रही थीं।
वह फांकों को छेड़ने लगा।
मेरी बीवी अपनी टांगों को चौड़ी किए जा रही थी।
दोस्त ने अब मेरी बीवी की चूत की फांकों के बीच उंगली डालकर चूत को चोदना शुरू कर दिया।
वह चूत को अच्छे से सहला रहा था जिससे मेरी बीवी अब और ज्यादा कसमसाने लगी थी।
फिर वह उठा और बेड पर जाकर मेरी बीवी की टांगों के बीच आते हुए चूत पर मुंह रख दिया।
बीवी ने कच्ची नींद में आंखें खोलकर देखा लेकिन दोस्त का सिर चूत में था।
वह उसका चेहरा नहीं देख पाई।
उसे लगा कि वो मैं ही हूं।
वह फिर से लेट गई और मेरा दोस्त उसकी चूत को तेजी से चाटने लगा।
मेरी बीवी की आहें निकलना शुरू हो गईं।
वह अब हल्की आवाजें करने लगी थी।
उसकी टांगें अब और ज्यादा चौड़ी खुल गईं थीं जैसे कि उसके सिर को चूत में समा लेना चाहती हो।
चूत को चूसते हुए ही मेरे दोस्त ने अपनी पैंट खोल दी और घुटनों तक नीचे कर ली।
अब उसकी नंगी गांड मुझे भी दिख रही थी।
फिर वह एकदम से उठा और बीवी की दोनों टांगों को हाथों से दोनों तरफ फैलाते हुए लंड को चूत पर रखने लगा।
वह लंड को चूत पर रखकर मेरी बीवी के ऊपर लेट गया और उसके होंठों को चूमने लगा।
मेरी बीवी को शक हुआ तो उसने आंखें खोली दीं और ऊपर मेरे दोस्त को चढ़ा हुआ पाया।
वह बोली- आप?
मेरी पत्नी यादव जी को हटाने लगी।
लेकिन मेरे दोस्त का लंड मेरी बीवी की चूत में जा चुका था।
उसने पूरी ताकत से मेरी बीवी को दबोच लिया और उसके होंठों को जोर से चूसते हुए धक्के लगाने लगा।
कभी जोर जोर से उसकी चूचियों को भींचने लगता।
दो मिनट में ही मेरी बीवी ने हथियार डाल दिए और वो मेरे दोस्त को चूत देने के लिए तैयार हो गई।
अब वह उसकी चूत में बड़े प्यार से धक्के लगाने लगा।
मेरी बीवी की भी कसमसाहट भरी कामुक आहें निकलने लगीं- आह्ह … अम्म … यादव जी … अईई … आह करती हुई वो मजे से चुदने लगी।
मेरा दोस्त भी पूरी गहराई तक लंड को उतार रहा था।
मेरी बीवी को इतना मजा आने लगा कि उसने अपनी टांगों को दोस्त के चूतड़ों पर चढ़ा लिया और उसकी पीठ पर बांहों का घेरा डाल दिया।
अब चूत में गहराई तक धक्कों का वो पूरा मजा ले रही थी।
बीच में दोस्त ने अचानक से लंड निकाला और बीवी के सामने कर दिया।
वह उसका 7 इंच का लंड देखकर हैरान रह गई और बिना कहे ही उसे मुंह में लेकर चूसने लगी।
यादव ने अपनी शर्ट भी निकाल दी और पूरा नंगा हो गया।
फिर उसने मेरी बीवी की नाइटी पूरी उतरवा दी और उसे भी पूरी नंगी कर लिया।
अब दोनों पूरे नंगे होकर एक दूसरे से लिपटने लगे।
कुछ देर चूमा-चाटी के बाद उसने फिर से बीवी की टांगों को खोला और लंड चूत में डालकर उसके ऊपर लेट गया।
यादव उसकी चूचियों को पीते हुए चूत में धक्के लगाने लगा।
मेरी बीवी अब पूरे जोश में आकर उससे चुदने लगी।
कुछ देर चोदने के बाद अब वह खुद नीचे लेटा और मेरी बीवी को अपने ऊपर ले लिया।
उसने बीवी का मुंह अपने लंड की तरफ करवा दिया, फिर उसे झुका दिया।
उसने बीवी की चूत पर मुंह लगा दिया और चाटने लगा।
उधर नीचे की तरफ मेरी बीवी उसके लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।
वह मेरी बीवी की चूत को मुंह से खाने लगा।
कुछ ही देर में बीवी सिसकार उठी- आह्ह यादव जी … आह्ह … जोर से आह्ह … झड़ने वाली हूं … आईईई … ऊईईई मम्मी … ईईई स्स्स … चाटो … करते हुए मेरी बीवी दोस्त के मुंह में झड़ने लगी।
मेरा दोस्त मेरी बीवी की चूत का सारा रस पी गया।
फिर वह बोली- अब एक बार इस लंड से चोद चोदकर भी मेरा पानी निकलवा दो, मुझे इस लंड का पूरा मजा दे दो!
इतना सुनना था कि उसने बीवी को नीचे पटक लिया।
फिर उसने घोड़ी बनाकर पीछे से लंड उसकी चूत पर सटाकर धक्का दे लिया।
वह उसके बालों को पकड़ कर अब उसकी जबरदस्त चुदाई करने लगा।
मेरी बीवी की दर्द में चीखें निकलने लगीं- आह्ह आईई … ऊऊऊह … आराम से … आह्ह … मर गई!
ऐसे करते हुए वो चुदने के दर्द और आनंद का मजा लेने लगी।
कुछ देर बाद वो खुद ही चूतड़ उचका उचकाकर चुदने लगी।
अब यादव जी के लंड की हर चोट से मेरी बीवी निहाल हो रही थी।
10 मिनट की चुदाई में ही उसकी चूत ने फिर से पानी फेंक दिया और वह बेड पर निढाल होकर गिर गई।
यादव जी अभी भी उसकी चूत में धक्के दिए जा रहे थे।
वह पड़ी पड़ी चुदती रही और दो मिनट बाद उसने उसकी चूत में ही माल छोड़ दिया और उसके ऊपर ढेर हो गया।
यह नजारा देखकर मेरी भी हालत खराब हो गई थी।
लेकिन चुदाई अभी खत्म नहीं हुई थी।
कुछ देर बाद मेरा दोस्त उठा और उसकी चूचियों को पीने लगा।
फिर उसने मेरी बीवी की चूत सहलाते हुए उसे एक बार फिर गर्म कर दिया।
अबकी बार उसने बीवी को घोड़ी बनाकर गांड पर निशाना लगा दिया।
मेरी बीवी मना करने लेगी लेकिन उसने किसी तरह उसे मना लिया।
फिर गांड के छेद पर लंड सेट करके धक्का दिया तो मेरी बीवी की चीख निकल गई।
लेकिन दोस्त ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया।
फिर दूसरा धक्का लगाया और आधा लंड उसकी गांड में घुसा दिया।
तब यादव रुक गया और उसकी पीठ को चूमने लगा।
थोड़ी देर में जब वह शांत हुई तो उसने धीरे धीरे चुदाई शुरू की।
अब कुछ देर बाद बीवी को भी मजा आने लगा।
आधे घंटे तक गांड चुदाई चली और फिर वह गांड में ही झड़ गया।
वह अब उठा और अपने कपड़े पहन कर जाने लगा।
उसने मेरी बीवी को कह दिया- अब रुकना ठीक नहीं और तुम्हारा पति कभी भी उठ सकता है।
मैं एक तरफ छुप गया।
उसके जाने के बाद मैं रूम में गया तो मेरी बीवी अपनी चूत और गांड को कपड़े से साफ कर रही थी।
मैं अनजान बनकर बोला- ये क्या कर रही हो?
वो बोली- कुछ नहीं, तुम्हारा दोस्त चोदकर गया है अभी मुझे! और मैंने ये भी देख लिया था कि आप पीछे खड़े सब देख रहे हो।
Xxx ककोल्ड वाइफ की बात सुन कर मैं हैरान रह गया।
वह बोली- तुम्हें भी चोदना है तो आ जाओ।
मैं उसके पास जाने लगा।
इतने में ही मेरा दोस्त फिर से वापस आ गया।
मैं बोला- क्या हुआ!
उसने कहा- तू बुरा न माने तो हम दोनों मिलकर तेरी बीवी को चोदें क्या?
मैंने बीवी की तरफ देखा तो उसने भी हां में सिर हिला दिया।
उसके बाद फिर हम दोनों ने साथ मिलकर मेरी बीवी को चोदा।
सुबह पांच बजे तक हम उसकी चुदाई करते रहे।
मेरी बीवी भी दो-दो लंड से एकसाथ चुदकर खुश हो गई थी।
तो दोस्तो, आपको मेरी बीवी की चुदाई की यह स्टोरी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
मुझे आप सबकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।