हॉट गर्लफ्रेंड पोर्न कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक माल लड़की से दोस्ती करके उसकी सीलबंद कुंवारी बुर की पहली चुदाई की. परन्तु उसके चचेरे भाई ने हमने सेक्स करते देख लिया था.
दोस्तो, सबसे पहले मैं अपने बारे में बताना चाहूँगा.
मेरा नाम महेश कुमार प्रजापति है, मेरी हाईट 5 फीट 9 इंच है. मेरा लंड सात इंच लम्बा है.
ये हॉट गर्लफ्रेंड पोर्न कहानी तब की है, जब मैं बारहवीं कक्षा में पढ़ता था और कोचिंग में भी पढ़ता था.
वो लड़की, जिसे मैं चाहता था … उसका नाम दीपा था. वो मेरे साथ ही पढ़ती थी.
पहली बार मैंने जब उसे देखा, तो उसे देखते ही उस पर मेरा दिल आ गया था मगर मुझे ये नहीं मालूम था कि मुझसे पहले से उसके पीछे कोचिंग का एक अध्यापक लगा था.
उस अध्यापक का नाम सुरेश था.
मुझे लगता था कि दीपा भी मुझसे प्यार करती है.
ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि एक बार उसने मुझसे मेरा मोबाइल मांगा था.
मैंने उसे मोबाइल देने की कोशिश की, तभी सुरेश नामक उस अध्यापक ने झट से उसे अपना मोबाइल दे दिया.
उसने कहा- दीपा, तुम्हें किसी से मोबाईल लेने की जरूरत नहीं है. तुम्हें जो चाहिए हुआ करे, मुझसे मांग लिया करो.
उस वक्त तो दीपा ने कुछ नहीं कहा.
मगर उसके चेहरे से साफ लग रहा था कि दीपा को उस वक्त काफी गुस्सा आया था.
पर उसने कुछ नहीं कहा.
मुझे भी अध्यापक पर बहुत गुस्सा आया.
उसकी इसी गुस्से वाली बात से मुझे समझ आ गया था कि दीपा के दिल में मेरे लिए कुछ है.
अब मैं दीपा से कुछ ज्यादा ही बात करने लगा था और मैं इस बात का ध्यान रखता था कि वो अध्यापक की नजर हम दोनों पर न पड़े.
दीपा की तरफ से मुझे काफी संकेत मिलने लगे थे जिससे लगता था कि वो मुझसे कुछ कुछ कहना चाहती है लेकिन शायद लड़की होने के कारण वो खुद से आगे बढ़ने से शर्मा रही है.
इसी सबसे मुझे कुछ हिम्मत आई और एक दिन मैंने उसे प्रपोज करने का सोचा.
अगले ही दिन मैंने उसे प्रपोज कर दिया.
उसने कुछ नहीं कहा.
मैंने उससे कहा- यदि तुमको सही लगे, तो तुम मुझे अपना फोन नंबर दे देना … जो कि तुमने अभी तक मुझे नहीं दिया है!
अगले दिन उसने मुझसे मेरा फोन लिया और अपना नंबर डायल करके मुझे मेरा फोन वापस दे दिया.
फोन देकर वो हल्के से मुस्कुरा दी और उसकी आंखों में शोखी देख कर मैं बहुत खुश था.
वो मुझे बाय बोलकर जाने को हुई.
मैंने उसे फोन करने का इशारा किया.
वो हां में सर हिलाती हुई चली गई.
मैं अपने घर आ गया.
अब मुझे उसके फोन आने का इंतजार था.
जब उसका फोन आया तो सबसे पहले उसने मुझे आई लव यू कहा.
मैंने भी उससे आई लव यू टू कहा.
हम दोनों की प्रेम कहानी चल निकली थी.
फिर एक दिन मैंने नहीं बल्कि उसी ने मुझे मिलने के लिए बुलाया.
मैं बड़ी सुबह अंधेरे में लगभग 3 बजे उससे मिलने गया.
वो मुझे अपने घर के बाहर गली में मिली.
जब वो मिली तो उसने मुझे गले से लगा लिया.
मैं उस वक्त बहुत खुश था.
हम दोनों ने बात की.
फिर मैंने उससे एक किस देने के लिए कहा.
उसने मुझे होंठों पर चुंबन दिया.
उसके इस प्रगाड़ चुंबन से मैं एकदम से अन्दर तक सिहर उठाया.
मेरे लंड ने भी सर उठाया और उसकी टांगों के बीच अपनी धमक से उसे परिचित करवाया.
वो भी मेरे लौड़े की हरकत से वाकिफ़ हो गई और जल्द ही मुझसे अलग हो गई.
फिर हम दोनों अपने घर चले गए.
इसी तरह समय बीतता गया.
हम दोनों मिलते और जिस तरह का मौका होता हम दोनों उसी के मुताबिक एक दूसरे को चुंबन करते या जिस्म को सहला कर अपनी मुहब्बत का इजहार कर लेते.
इतनी मुलाकातों में कहीं न कहीं हम दोनों के बीच चुदाई की आग जल चुकी थी जो अब रुकने वाली नहीं थी.
फिर एक दिन मौका आया.
उसके नाना गुजर गए थे. इसी कारण से उसके मम्मी पापा शाम को आठ बजे उसके नाना के घर चले गए.
उसने मुझे अपने घर बुलाया और मैं रात को 11:00 बजे उसके घर चला गया.
मैं वहां पहुंचा तो देखा कि वह टी-शर्ट और पैंटी में ही थी, जिससे मैं उसके पूरे बदन को देख सकता था. वो भी मादक भाव से मुझे देख रही थी.
उसके पूरे बदन को इस तरह से सेक्सी पोज में देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैं आगे बढ़ा और उसे पकड़ कर अपनी बांहों में भर कर किस करने लगा.
वो भी मेरे साथ चूमाचाटी में लग गई.
हम दोनों गहराई में डूब कर किस करने लगे.
दीपा को चुंबन करते समय मुझे पता ही नहीं चला कि उसने कब मेरे कपड़ों के साथ अपनी हरकत करना शुरू कर दी थी.
जब उसने मेरी टी-शर्ट और पैंट निकाल दी और मेरे लौड़े को हाथ से सहलाया.
तब मुझे होश आया कि मैं नंगा हो चुका हूँ.
तो मैंने भी उसकी टी-शर्ट और पैंटी को उतार दिया.
अब हम दोनों नंगे हो गए थे.
वो मुझे अपने बेडरूम में ले गई.
रूम में जाकर उसने खुद मुझसे बिस्तर के पास खड़ा किया और घुटनों के बल बैठ कर दीपा मेरे लंड से खेलने लगी.
मैं एकदम से बौखला गया और उससे अपना लंड चुसवाने लगा.
मुझे इस बात का अहसास ही नहीं था कि दीपा लंड चूसने की इच्छुक भी हो सकती है.
यदि मुझे पहले पता होता तो शायद अब तक मैं उसे न जाने कितनी बार लौड़े का स्वाद चखा चुका होता.
मैं देख रहा था कि दीपा कितने मनोयोग से और बड़े ही प्यार से मेरा लंड सहला और चूस रही थी.
कुछ देर बाद मेरे लवड़े ने अपना भीमकाय रूप दिखाया, तो उसने मेरी आंखों में चुदास भाव से देखा.
मैंने उसे कुतिया बनाया और उसकी टांगें फैला कर उसकी रस छोड़ती बुर में अपने लंड का सुपारा घिसा, तो वो आह आह करने लगी.
उसकी बुर ने लंड का स्वागत सा करते हुए अपनी फाँकें खोल दीं और मैंने उसकी कमर पकड़ कर एक ही झटके में अपना आधा लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
बुर में लंड लेते ही उसकी एक तेज आवाज पूरे कमरे में गूंज उठी.
दीपा की आंखों में आंसू आ गए.
मैंने अपना हाथ आगे बढ़ाया और उसकी आवाज को दबाने के उद्देश्य से उसका मुँह बंद कर दिया.
वो छटपटा रही थी और मैंने मन बना लिया था कि इस बार लंड उसकी बुर के अंतिम छोर तक अपनी धमक का अहसास कराएगा.
पोजीशन को सही सैट करते हुए मैंने एक और झटका दिया और अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
वो एकदम से बेहोश हो गई और कुतिया की जैसी न रह कर कुछ पसर सी गई.
भले ही मेरा लंड बाहर नहीं निकला था, मगर चुदाई की पोजीशन नहीं दिख रही थी.
मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया.
जब मैंने लंड देखा तो मैं घबरा गया.
मेरा लंड उसकी बुर के खून से सना हुआ था.
तभी उसने भी अपनी आंखें खोल दीं और मेरे खून से सने लौड़े को देख लिया.
लाल लंड देख कर मेरी डार्लिंग रोने लगी थी.
उसने पहली पहली बार अपनी चूत में किसी का लंड लिया था और वो भी सात इंच लम्बा लंड.
फिर मैंने उसे शांत किया और चुदाई के लिए मनाया.
वो भी समझती थी कि पहली बार में ऐसा होता ही है.
दुबारा से वो चुदाई की पोजीशन में या गई और मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
वो दर्द से कराह रही थी लेकिन लंड को लेती रही थी.
मैं भी धीरे धीरे अपना लंड उसकी बुर में अन्दर बाहर करने लगा और वो भी लंड से मजा लेने लगी.
अब मेरी दीपा डार्लिंग कामुक आवाज में अह अह ओह ओह करती हुई मादक आवाजें निकालने लगी थी.
मैं भी उसकी बुर में लंड आगे पीछे करता हुआ ‘ओह ओह उह …’ करने लगा.
अब ताबड़तोड़ चुदाई चलने लगी थी.
करीब 15 मिनट तक मैंने उसे हचक कर चोदा.
इस दौरान दीपा एक बार झड़ गई थी.
उसके बाद मैंने भी उसकी बुर में ही अपना लंड खाली कर दिया.
उस रात मैंने दीपा को 2 बार और चोदा और थक कर हम दोनों नंगे ही सो गए थे.
यह मुझे मालूम ही नहीं चला कि हमारी चुदाई को कोई देख रहा था.
वो दीपा के पड़ोस में रहने वाला एक लड़का था.
उसने हमारी चुदाई की हॉट गर्लफ्रेंड पोर्न वीडियो बना ली थी.
बाद में दीपा ने बताया कि वो लड़का कोई और नहीं बल्कि उसके सगे चाचा का लड़का था.
हमने उसे चुदाई करते हुए नहीं देखा था और वो मुझे ये बात एक दिन बाद बताई तो मैं घबरा गया.
मैंने इसके बारे में अपनी गर्लफ्रेंड दीपा को बताया तो वो परेशान होकर रोने लगी.
दीपा ने मुझसे कहा कि उससे वीडियो को किसी भी तरह से डिलीट करवाओ.
जब मैंने ये बात उस लड़के को बताई तो उसने जो कहा, मैं वो सुनकर एकदम सकपका गया.
उसने कहा कि मैं भी उसे एक बार चोदूंगा.
यह बात मैंने जब दीपा को बताई तो उसने कहा कि मैं कल बताऊंगी.
फिर उसने मुझे फोन करके बताया कि अपनी इज्जत बचाने के लिए करना ही होगा.
मैंने ये बात दीपा के उस चचेरे भाई से कह दी कि दीपा तुम्हारी बात मान गई है, बताओ कब करना है?
उसने कहा- मैं जल्द ही बताता हूँ.
फिर हम सब समय का इंतजार करने लगे.
कुछ दिन बाद उसने मुझे बताया कि नाना की तेरहवीं में फिर से मम्मी पापा को नाना के घर जाना पड़ेगा.
हम दोनों रात में 8 बजे ही उसके घर पहुंच गए और उसके भाई को भी आने का कह दिया.
वो लड़का उधर पहुंचते ही दीपा पर एकदम से टूट पड़ा.
वो उसे पकड़ कर किस करने लगा और उसने कहा- मैं कई दिन से तुम्हें चोदना चाहता था. आज इतने इंतजार के बाद यह दिन आया है.
कुछ देर तक दीपा को हर तरह से भँभोड़ने के बाद उस लड़के ने अपना लंड बाहर निकाला.
उसका लंड करीब 6 इंच का था.
उसने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और दीपा को नंगी करके उसकी चूत में एक ही झटके में पूरा लौड़ा पेल दिया.
एकदम से लंड पेलने से दीपा की तेज आह निकल गई.
दीपा अपने भाई से चुदती हुई मजा लेती हुई सी दिखी. मैं समझ गया कि दीपा को लंड से चुदने में मजा आ रहा है.
मैं भी अपना लंड बाहर निकाल कर सहलाने लगा.
तभी उसने मुझे भी इशारा कर दिया और मैं भी कपड़े उतार कर नंगा हो गया.
मैं भी अपनी हॉट गर्लफ्रेंड के ऊपर टूट पड़ा.
मैंने दीपा की गांड में लंड पेल दिया. हम दोनों मिलकर दीपा की सैंडविच चुदाई करने लगे.
कुछ मिनट के दर्द के बाद दीपा अपने दोनों छेदों की एक साथ चुदाई का मजा लेने लगी.
दीपा आह आह की आवाजें निकालने लगी.
इस तरह हम दोनों ने उसे सुबह 5 बजे तक चोदा और दीपा अब एक नम्बर की चुदक्कड़ लड़की बन गई थी.
दोस्तो, आप लोगों को मेरी हॉट गर्लफ्रेंड पोर्न कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर बताना.